मुंबई: महाराष्ट्र में जारी राजनीतिक खींचतान (Maharashtra Political Crisis) के बीच डिप्टी स्पीकर ने शिवसेना के बागी नेता एकनाथ शिंदे के पत्र पर सिग्नेचर फर्जी होने की आशंका व्यक्त की है। सूत्रों के अनुसार, चिट्ठी (Eknath Shinde Letter) में विधायकों के सिग्नेचर जाली हो सकते हैं, ऐसा शक व्यक्त किया जा रहा है (Maharashtra Deputy Speaker)। दरअसल ये प्रेशर टैक्टिक कही जा रही है जिससे शिंदे ग्रुप पर कानूनी कार्रवाई का दबाव बनाया जा सके। डिप्टी स्पीकर NCP के हैं, ऐसे में गेंद फिलहाल NCP के पाले में है। खबरों के अनुसार अनुमान लगाए जा रहे हैं कि इसी सिलसिले में शिवसेना नेता संजय राउत और NCP चीफ शरद पवार के बीच अहम बैठक हो रही है। दरअसल, बृहस्पतिवार को एकनाथ शिंदे ने महाराष्ट्र के राज्यपाल, विधानसभा के डिप्टी स्पीकर और विधानमंडल सचिव को चिट्ठी लिखी थी। इसमें उन्होंने खुद को विधायक दल का नेता बताया है। साथ ही भरत गोगावले को चीफ व्हिप नियुक्त किए जाने की खबर दी है। उनके इस खत पर शिवसेना के 37 विधायकों ने हस्ताक्षर किए हैं। बता दें कि चिट्ठी की एक कॉपी डिप्टी स्पीकर नरहरि जिरवाल, राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी तथा विधान परिषद के सचिव राजेंद्र भागवत को भेजी गई थी। अब इस चिट्ठी पर डिप्टी स्पीकर नरहरि जिरवाल ने विधायकों के फर्जी हस्ताक्षर होने की आशंका व्यक्त की गई है। इस बीच शिवसेना ने भी बागी 12 विधायकों को लेकर कानूनी कदम उठाने की बात की है। एकनाथ शिंदे ने इससे पहले दावा किया कि उनकी अगुवाई वाला समूह वास्तविक शिवसेना है तथा अयोग्य करार दिए जाने की धमकियों से उन्हें और उनके समर्थकों को डराया नहीं जा सकता। CM उद्धव की नई चाल, अब छुट्टी मनाने पहुंचे असम बागी विधायकों को संजय राउत का चैलेंज, कहा- 'वापस आने का जो समय दिया था वो हुआ पूरा' द्रौपदी मुर्मू के नामांकन में दिखी NDA की एकजुटता, पीएम मोदी बने प्रस्तावक, राजनाथ बने अनुमोदक