MCD में हार के बावजूद मजबूत बनकर उभरे माकन

नई दिल्ली : यह बात हैरानी वाली है कि दिल्ली के MCD चुनाव में कांग्रेस की करारी हार के बावजूद दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष अजय माकन का न केवल इस्तीफा नामंजूर किया गया , बल्कि उन्हें अपने तरीके से संगठन चलाने का अधिकार भी दे दिया है. इस निर्णय से माकन विरोधी गुट को आश्चर्य हो रहा है.अजय माकन हारने के बाद भी मजबूत बनकर उभरे है.

राजधानी में पिछले कुछ माह में जो भी राजनीतिक समीकरण बने या बिगड़े  और राजौरी गार्डन विधानसभा चुनाव में कांग्रेस का वोट बैंक बढ़ा था,  निगम  चुनाव में कांग्रेस तीसरे नंबर पर आ गई .आम आदमी पार्टी को दूसरे नंबर पर संतोष करना पड़ा.बीजेपी की इस चुनाव में धमाकेदार जीत हुई.तो लगने लगा था कि दिल्ली का प्रभार किसी और को दें दिया जाएगा.लेकिन पिछले विधानसभा चुनाव में पार्टी का वोट प्रतिशत 9 था, वह एमसीडी चुनाव में बढ़कर 22 प्रतिशत होने के बावजूद हार का जिम्मा लेते हुए प्रदेश अध्यक्ष अजय माकन ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया था. लेकिन हाईकमान ने उन पर विश्वास बनाए रखा और अपना इस्तीफा वापस लेने को कह दिया.

खबर हैं कि इस्तीफे को लेकर माकन मंगलवार को पार्टी उपाध्यक्ष राहुल गांधी से मिले थे. उन्होंने ही इस्तीफा नामंजूर कर दिया. माकन का कहना है कि हाईकमान की ओर से उन्हें दिल्ली में कांग्रेस को मजबूत करने को कहा गया है, जिसकी वह आज से ही शुरुआत करने जा रहे हैं.आज दोपहर को उन्होंने एमसीडी चुनाव जीते और लड़ने वाले उम्मीदवारों की बैठक बुलाई है, जिसमें पार्टी की आगे की रणनीति तय की जाएगी. एमसीडी चुनाव में हार के बावजूद दिल्ली के लोगों में कांग्रेस के प्रति विश्वास बढ़ा है.

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