अपने जीवन में हर इंसान दरिद्रता से दूर भागना चाहता है वह यही चाहता है कि उसके जीवन में दरिद्रता का समावेश न हो और उसकी जगह सौभाग्य आये, तो चलिए इसके बारे में कुछ चर्चा करते हैं। खाना हर इंसान की जरूरत है जिसके बिना इंसान ज्यादा समय तक जीवत नहीं रह सकता। खाना ही व्यक्ति को कई प्रकार के प्रोटीन व मिनरल की भरपाई करवाता है। इससे ही शरीर को ताकत मिलती है। लेकिन क्या आप जानते हैं शास्त्रों में खाना खाने सम्बधित कुछ नियम भी है जिन्हे हम रोजाना अनदेखा कर रहे हैं। शास्त्रों में खाना किस प्रकार के बर्तन में करना चाहिए यह बताया गया है। और जिसकी वजह से अक्सर हमारे साथ शुभ-अशुभ जैसी घटनाएं घटित होती रहती है। आज हम आपको इन्ही सब चीजों से जुड़ी बातो पर चर्चा करने वाले हैं। यहां पर हम जानेंगे कि हमे रोजाना किस प्रकार के बर्तनों में भोजन करना चाहिए जो कि हमारे लिए उचित होगा। ध्यान रहे कि जिन बर्तनों में आप खाना खा रहे हैं वे बिल्कुल साफ और शुद्ध हों, क्योंकि जूठे बर्तनों में खाना खाने से लक्ष्मी की बिल्कुल भी प्राप्ति नहीं होती। ऐसे बर्तन भी भोजन के उपयोग में नहीं लेना चाहिए जिन पर नकारात्मक दृश्य वाली डिजाइन हो। वास्तु के अनुसार ऐसे बर्तनों में खाना खाने से हमारे विचार नेगेटिव बनते हैं। जिसका हमारे कार्य पर बुरा असर पड़ता है। वहीं ज्योतिष के अनुसार इस प्रकार के बर्तनों में खाना खाने से दरिद्रता बढ़ती है और धन संबंधी परेशानियां झेलनी पड़ सकती है। इसी वजह से एकदम साफ और अच्छे बर्तनों में ही खाना चाहिए। घर में इस्तेमाल होने वाले बर्तन हमारे जीवन स्तर को इंगित करते हैं। इसी कारण इन दिनों सुंदर डिजाइन वाले बर्तनों का चलन बड़ी तेजी से बढ़ रहा है। इसी चलन के कारण कई घरों में पुराने या टूटे-फूटे बर्तनों को संभालकर स्टोर रूम में रख दिया जाता है, जो कि वास्तु की दृष्टि से अशुभ है तथा इसे वास्तु विज्ञान में एक दोष की भांति देखा जाता है। टूटे-फूटे बर्तन दरिद्रता की ओर संकेत करते हैं तथा इन्हें घर में जगह देने से घर में दरिद्रता बढ़ती है और कई तरह की आर्थिक हानि भी हो सकती है। यदि आप अपने घर में हमेशा लक्ष्मी का वास और समृद्धि चाहते हैं तो पीतल के बर्तनों का इस्तेमाल करेँ। पीतल के अलावा कांसे के बर्तनों का भी इस्तेमाल कर सकते हैं। लेकिन ध्यान रहे कि इनमें बहुत देर तक भोजन न रखें। एल्युमीनियम के बने प्रेशर कुकर का इस्तेमाल न करें। इसी जगह आप स्टील के कुकर का इस्तेमाल कर सकते हैं। चांदी के बर्तनों में भोजन करना तन, मन और धन के लिए अनुकुल माना गया है क्योंकि इसकी तासीर ठंडी होती है जिससे शरीर की गर्मी का नाश होता है। सोने के बर्तनों में भोजन करने से शरीर ठोस, सशक्त और पराक्रमी बनता है। पुरूषों के लिए सोने के बर्तनों में भोजन करना लाभदायक माना गया है। वास्तु के अनुसार ऐसे सजाएँ अपने स्वागत कक्ष को बनी रहेगी सुख समृद्धि इस उपाय से आपका दक्षिणा मुखी मकान भी आपके लिए शुभ होता है आपके घर का स्टोर रूम फलदायी है अथवा नहीं जानें कुछ ऐसे घर की सीढ़ियां आपके लिए शुभ है या अशुभ ऐसे पहचानें