आप सभी को बता दें कि कल कई लोग एकादशी का व्रत रखेंगे. ऐसे में यह व्रत बहुत ही पवित्र माना जाता है. कहते हैं एकादशी व्रत में कुछ नियमों का पालन आवश्यक है जिनका पालन न किया जाए तो बहुत बड़ा नुकसान हो सकता है. अब आइए जानते हैं एकादशी के दिन क्या करें और क्या न करें- 1. कहते हैं इस दिन ब्रह्मचर्य का पालन करना चाहिए और भोग विलास से भी दूर रहना चाहिए. कहते हैं एकादशी को लकड़ी का दातुन तथा पेस्ट का उपयोग न कर नींबू, जामुन या आम के पत्ते लेकर चबा लेना चाहिए और अंगुली से कंठ शुद्ध कर लेना चाहिए. 2. कहा जाता है वृक्ष से पत्ता तोड़ना भी इस दिन वर्जित होता है वहीं स्वयं गिरे हुए पत्ते का सेवन करना चाहिए. 3. कहते हैं इस दिन स्नानादि कर मंदिर में जाकर गीता पाठ करना चाहिए या पुरोहितादि से श्रवण करना चाहिए. 4. एकादशी के दिन प्रभु के सामने इस प्रकार संकल्प करना चाहिए - ‘आज मैं चोर, पाखण्डी और दुराचारी मनुष्य से बात नहीं करुंगा और न ही किसी का दिल दुखाऊंगा. गौ, ब्राह्मण आदि को फलाहार व अन्नादि देकर प्रसन्न करुंगा. रात्रि को जागरण कर कीर्तन करुंगा, ‘ॐ नमो भगवते वासुदेवाय’ इस द्वादश अक्षर मंत्र अथवा गुरुमंत्र का जाप करुंगा, राम, कृष्ण, नारायण इत्यादि विष्णुसहस्रनाम को कण्ठ का भूषण बनाऊंगा.’ ऐसी प्रतिज्ञा करके श्रीविष्णु भगवान का स्मरण कर प्रार्थना करें कि : ‘हे त्रिलोकपति ! मेरी लाज आपके हाथ है, अत: मुझे इस संकल्प को पूरा करने की शक्ति प्रदान करें.’ मौन, जप, शास्त्र पठन, कीर्तन, रात्रि जागरण एकादशी व्रत में विशेष लाभ देते हैं. देवउठनी एकादशी पर इस तुलसी स्तुति से करें माँ को प्रसन्न इन संदेशों से दें अपने ख़ास और प्रियजनों को एकादशी की शुभकामनाएं अगर आप हैं पितृदोष से पीड़ित, तो इस ग्यारस को करें यह काम