हुजूराबाद विधानसभा क्षेत्र में 30 अक्टूबर को होने वाले उपचुनाव में सत्तारूढ़ टीआरएस कोई कसर नहीं छोड़ रही है। इस प्रयास में सरकार विभिन्न मदों में निर्वाचन क्षेत्र में विकास कार्यों के लिए करोड़ों रुपये खर्च कर रही है। काकतीय शहरी विकास प्राधिकरण (CUDA) ने भी मतदाताओं को लुभाने के लिए हुजूराबाद विधानसभा क्षेत्र के कमलापुर मंडल में 10 करोड़ रुपये के परिव्यय से विकास कार्य शुरू किए थे। सरकार पहले ही निर्वाचन क्षेत्र के लिए 2,500 करोड़ रुपये से अधिक निर्धारित कर चुकी है। आदर्श आचार संहिता लागू होने से पहले कमलापुर मंडल में सेंट्रल लाइटिंग, जंक्शन और सड़क आदि जैसे काम शुरू हो गए थे। यहां यह उल्लेख किया जा सकता है कि 42 आसपास के गांवों को वारंगल नगर निगम में विलय करके इसे ग्रेटर वारंगल के रूप में अपग्रेड किया गया था। जुडसन ने कहा कि टीआरएस सरकार राजनीतिक लाभ हासिल करने के लिए अकेले हुजूराबाद निर्वाचन क्षेत्र में पैसे का इस्तेमाल कर रही है, दलित बंधु योजना भी लोगों को धोखा देने की साजिश थी। उन्होंने कहा कि वारंगल में विकास ठप हो गया है क्योंकि सभी विधायक हुजूराबाद उपचुनाव में टीआरएस उम्मीदवार गेलू श्रीनिवास यादव की जीत के लिए काम कर रहे हैं। अमित शाह आज करेंगे उत्तराखंड में बारिश प्रभावित क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण राहुल गांधी पर बीजेपी अध्यक्ष की 'ड्रग एडिक्ट' वाली टिप्पणी को लेकर येदियुरप्पा ने कह डाली ये बात इस शख्स के कहने पर मुंबई आए थे कुलभूषण खरबंदा