1- वह जो प्रभु के आगे झुक जाता है वह किसी के भी आगे खड़ा हो सकता है । 2- हमें प्रभु में विश्वास रखना चाहिए और उनमें श्रद्धा रखनी चाहिए तब भी जब वे मौन हो । 3- हमें प्रभु को धन्‍यवाद देने में शर्माना नहीं चाहिए । 4- जब हम अपनी देखभाल प्रभु के हाथों में सौप देते हैं तो प्रभु अपना सुकुन हमारे हृदय को प्रदान करते हैं । 5- विपदा के समय में धैर्य रखें एवं प्रभु की प्रार्थना जारी रखें । 6- प्रभु की करूणा में अगर आपने स्नान किया है तो संसार की कोई भी धुल आपसे चिपक नहीं सकती । 7- हर क्रिया में प्रभु का आभार माने फिर प्रभु आपकी राह आसान कर देगें । 8- हम गलती करते हैं और प्रभु हमें माफ कर देते हैं, हम रोते हैं और प्रभु हमें मुस्कान प्रदान करते हैं । 9- आप जो भी करें और जहाँ भी जाये प्रभु की आवाज को अवश्य सुने । प्रभु आपको सही मार्ग पर रखेंगे । 10- कभी कभी आपको विलम्ब होता है क्योंकि प्रभु को पता होता है कि जहाँ आप जाने वाले थे वहाँ तुफान आया हुआ था ।