साउथ के स्टार धनुष ने एक बुजुर्ग दंपती द्वारा उन्हें अपना बेटा बताते हुए निचली अदालत में दायर किया मामला खारिज करने के लिए मद्रास हाई कोर्ट की एक पीठ की मदद ली है। एक्टर धनुष ने पास के मेलूर में न्यायिक मैजिस्ट्रेट की अदालत में लंबित कार्यवाही पर रोक लगाने की भी मांग की। ऋतिक ने 'काबिल' में कर दी ये बड़ी गलतियां, अब बन रहा मजाक ख़बरों के मुताबिक, उक्त मामले में न्यायमूर्ति जी चोकलिंगम ने सुनवाई करते हुए बुजुर्ग दंपती कतिरेसन और मीनाक्षी को अपनी जवाबी याचिका दायर करने का निर्देश दिया। साथ ही अगली सुनवाई आठ फरवरी को निर्धारित कर दी। गौरतलब कि न्यायिक मैजिस्ट्रेट की अदालत में दायर याचिका में इस दंपती ने दावा किया कि धनुष उनके तीसरे बेटे हैं। इस याचिका के साथ उन्होंने धनुष से हर महीने 65,000 रुपए का गुजारा भत्ता माँगा था, क्योंकि वे अपनी देखभाल नहीं कर सकते। दंपती का कहना है कि सुपरस्टार रजनीकांत के दामाद धनुष स्कूल में पढ़ते थे जब वह फिल्मी दुनिया में प्रवेश करने के लिए भागकर चेन्नई चले गए। बाद में उनका कोई पता नहीं चल पाया। इसके बाद जब दंपत्ती ने धनुष की फिल्में देखी तो उन्हें पहचाना कि धनुष उनका बेटा है। अभिनेता ने इस दंपती के दावे को पूरी तरह से खारिज़ किया है।