नई दिल्ली: कांग्रेस सांसद मणिकम टैगोर ने केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान पर निशाना साधते हुए कहा कि वह एक असफल मंत्री हैं और उन्हें इस्तीफा दे देना चाहिए। नीट-यूजी पेपर लीक के विषय पर बोलते हुए, टैगोर ने कहा कि यह एक बहुत ही महत्वपूर्ण मुद्दा है जिस पर वे चर्चा करना चाहते थे, लेकिन अब तक सत्ताधारी पार्टी इस पर चर्चा करने के लिए तैयार नहीं है। हालाँकि, शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने संसद में NEET पर जानकारी दी थी। मणिकम टैगोर ने कहा कि, "नीट एक महत्वपूर्ण मुद्दा है जिस पर हम चर्चा करना चाहते थे। अब तक वे चर्चा करने के लिए तैयार नहीं हैं। शिक्षा मंत्री एक असफल शिक्षा मंत्री हैं, अगर उनमें कोई ईमानदारी या नैतिकता है, तो उन्हें इस्तीफा दे देना चाहिए।" टैगोर ने आगे केंद्र सरकार पर वास्तविक मुद्दों को भटकाने और लोगों के मुद्दों को उठाने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा, "हम भी चाहते हैं कि हमारे लोगों के मुद्दे संसद में उठाए जाएं, वह (पीएम मोदी) वास्तविक मुद्दों से ध्यान भटकाना चाहते हैं। हम सभी चाहते हैं कि संसद चले, लेकिन सत्ताधारी पार्टी चर्चा करने के लिए तैयार नहीं है।" बता दें कि, इससे पहले, टैगोर ने लोकसभा में स्थगन प्रस्ताव नोटिस दिया, जिसमें राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी (NTA) द्वारा आयोजित राष्ट्रीय पात्रता-सह-प्रवेश परीक्षा (नीट) और विश्वविद्यालय अनुदान आयोग-राष्ट्रीय पात्रता परीक्षा (यूजीसी-नेट) में कथित अनियमितताओं पर चल रहे विवाद पर चर्चा की मांग की गई। अपने नोटिस में, मणिकम टैगोर ने सदन से दिन के सभी सूचीबद्ध कार्यों को स्थगित करने का आग्रह किया ताकि "नीट-यूजी और यूजीसी नेट सहित परीक्षाओं के संचालन में पेपर लीक के अभूतपूर्व मामलों और राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी (एनटीए) की विफलता" पर चर्चा की जा सके। पिछले सत्र में लोकसभा और राज्यसभा में कई बार स्थगन हुआ, जिसमें कांग्रेस और अन्य विपक्षी दल नीट-यूजी विवाद पर बहस पर जोर दे रहे थे, जबकि सरकार राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव लेने के लिए उत्सुक थी। महंगाई, बेरोज़गारी, कर्जा..! आज संसद में सब पर बोली सरकार, आप भी देख लीजिए आंकड़े 'देश के हर नौजवान के लिए 2 साल का सैन्य प्रशिक्षण जरुरी..', ऐसा क्यों बोले बिहार के गवर्नर ? 'अवैध फेरीवालों और दुकानदारों को हटा क्यों नहीं पा रही पुलिस..', बॉम्बे हाई कोर्ट ने लगाई फटकार, उधर SC ने रोका नाम वाला आदेश