यूपीए चेयरपर्सन सोनिया गांधी और कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी के ओएसडी रहे धीरज श्रीवास्तव अब राजस्थान फाउंडेशन के चेयरमैन होंगे. उन्हें मंत्री स्तर की सुविधाएं मिलेंगी. कुछ माह पहले राजस्थान प्रशासनिक सेवा से वीआरएस लेने वाले धीरज श्रीवास्तव मनमोहन सिंह सरकार में प्रधानमंत्री कार्यालय में प्रतिनियुक्ति पर रहने के साथ ही राजीव गांधी फाउंडेशन में भी काम कर चुके हैं. अब धीरज श्रीवास्तव को अशोक गहलोत सरकार ने राजस्थान फाउंडेशन का चेयरमैन बनाकर नई जिम्मेदारी दी है. आइए जानते है पूरी जानकारी विस्तार से नॉर्वे में मस्जिद के भीतर अंधाधुन्द फायरिंग, एक शख्स गिरफ्तार आपकी जानकारी के लिए बता दे कि अधिकारिक आदेश में कहा गया है कि धीरज श्रीवास्तव दिल्ली में रहकर राजस्थान फाउंडेशन के जरिए प्रवासी राजस्थानियों से समन्वय करेंगे.हालांकि कांग्रेस और गहलोत सरकार के उच्च पदस्थ सूत्रों के अनुसार धीरज श्रीवास्तव सोनिया गांधी एवं प्रियंका गांधी का कामकाज पहले की तरह देखते रहे इस कारण से उनकी नियुक्ति की गई है. उनका मुख्यालय दिल्ली के बीकानेर हाउस में रखने का मकसद भी यही है कि वे राजस्थान सरकार का कामकाज देखने के साथ ही सोनिया गांधी और प्रियंका गांधी का कार्यालय में भी समन्वय कामकाज भी संभालेंगे. करीब दस साल तक सोनिया गांधी और एक साल तक प्रियंका गांधी के साथ काम करने के कारण उन्हें कांग्रेस की आंतरिक राजनीति एवं समीकरणों की पूरी जानकारी है. शशि थरूर ने इस तस्वीर पर दी बड़ी प्रतिक्रिया, कहा- मैं इस तुलना के लायक...... मूलरूप से उत्तर प्रदेश निवासी धीरज श्रीवास्तव के पिता इलाहाबाद के प्रख्यात शिक्षाविद रहे हैं. धीरज श्रीवास्तव को अपने पिता की असामयिक मृत्यु के बाद उच्च अध्ययन के लिए जयपुर आना पड़ा था। यहां उन्होंने राजस्थान विश्वविद्यालय से राजनीति विज्ञान में पोस्ट ग्रेजुएशन किया और एम.फिल में स्वर्ण पदक जीता. उसके बाद 1994 बैच में उनका चयन राजस्थान प्रशासनिक सेवा में हुआ. यहां जालोर, सिरोही और जोधपुर जैसे राजस्थान के सीमावर्ती जिलों में उनके विशिष्ट कार्यों के कारण तत्कालीन मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने उन्हें अपना ऑफिसर ऑन स्पेशल ड्यूटी नियुक्त किया था. वह गहलोत के काफी निकट माने जाते हैं. इस समाजसेवी को मिला मरणोपरांत भारत रत्‍न, भगवान राम को मानते थे आदर्श छत्तीसगढ़: जल्द ही मिट्टी के बर्तनों में भोजन करते नज़र आएँगे मंत्री और सरकारी कर्मचारी, पेश हुआ प्रस्ताव छिन सकता है बसपा का गढ़, इस नेता ने बढ़ाई भाजपा की ताकत