नई दिल्ली: दिल्ली की सत्ताधारी आम आदमी पार्टी (AAP) ने पूर्व डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया और पूर्व स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन की गिरफ्तारी के विरोध में दिल्ली के 10 लाख लोगों से पीएम नरेंद्र मोदी के नाम चिट्ठी लिखवाने का दावा किया है। पार्टी इनमें से एक चिट्ठी प्रतीक के रूप में पीएम मोदी को भी भेजेगी। 'AAP' नेता और दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने आज सोमवार (10 अप्रैल) को प्रेस वार्ता करते हुए बताया है कि पार्टी ने दिल्ली को शिक्षा और स्वास्थ्य का मॉडल देने वाले मनीष सिसोदिया जी और सत्येंद्र जैन की फर्जी गिरफ्तारी के खिलाफ अपने डोर-टू-डोर कैंपेन के दौरान 10 लाख से अधिक दस्तखत जुटाए हैं। गोपाल राय ने आगे बताया कि पार्टी ने लोगों से हस्ताक्षर जुटाने के लिए 13 मार्च से दिल्ली के तमाम 70 विधानसभा क्षेत्रों और वॉर्डों में गत माह डोर-टू-डोर कैंपेन शुरू किया था। उन्होंने कहा कि, हमारा लक्ष्य 10 लाख हस्ताक्षर जमा करना था और हमने यह लक्ष्य रविवार को हासिल कर लिया। हमारे अभियान को दिल्ली के 10 लाख से अधिक लोगों का समर्थन मिला है। एक महीने तक चला यह अभियान अब ख़त्म हो चुका है। इस अभियान में हमारे जिला प्रभारी, लोकसभा प्रभारी व पार्षद शामिल थे। गोपाल राय ने दावा करते हुए कहा कि 'सभी जानते हैं कि सिसोदिया और जैन ने शिक्षा और स्वास्थ्य व्यवस्था में बदलाव किया है। सिसोदिया सरकारी स्कूलों में परिवर्तन लाए, जबकि जैन ने मोहल्ला क्लिनिक का मॉडल दिया। आज लोग इस बात को लेकर खफा हैं कि उन्हें (जैन-सिसोदिया को) जेल में रखा गया है। राय ने बताया कि पीएम मोदी, दिल्ली को शिक्षा-स्वास्थ्य का मॉडल देने वालों को अरेस्ट करके आप भ्रष्टाचार से नहीं, बल्कि आम आदमी पार्टी से लड़ रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि, जनता के हित में काम करने वाले नेताओं को जेल में डाला जा रहा है, जबकि लाखों-करोड़ों का घोटाला करने वाले कारोबारियों को नोटिस भी नहीं भेजा जा रहा। किन मामलों में फंसे हैं सत्येंद्र जैन और मनीष सिसोदिया ? बता दें कि, CBI ने दिल्ली शराब घोटाला मामले में 26 फरवरी को सिसोदिया को अरेस्ट किया था। वहीं, सत्येंद्र जैन को मई 2022 में प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में गिरफ्तार किया था। हालाँकि, दोनों AAP नेताओं को कोर्ट से जमानत नहीं मिल रही है। सत्येंद्र जैन तो ED के सवालों से बचने के लिए यहाँ तक कह चुके हैं कि, 'मेरी याददाश्त जा चुकी है और मुझे कुछ भी याद नहीं।' वहीं, हाई कोर्ट भी सत्येंद्र जैन को मनी लॉन्डरिंग का कर्ताधर्ता बताते हुए जमानत देने से इंकार कर चुकी है। वहीं, मनीष सिसोदिया भी जब जमानत मांगने कोर्ट पहुंचे थे, तो अदालत ने सबूत देखने के बाद उन्हें शराब घोटाले का मास्टरमाइंड बताया था और जमानत देने से इंकार कर दिया था। इन दोनों नेताओं के बारे में कोर्ट का कहना था कि, ये दोनों प्रभावशाली नेता हैं और जेल से बाहर जाकर अपने खिलाफ सबूत मिटा सकते हैं और अब तक मिले सारे सबूत इनके खिलाफ हैं, ऐसे में इन्हे छोड़ा नहीं जा सकता। 'रामनवमी पर जानबूझकर भड़काए गए दंगे, पुलिस-प्रशासन असली दोषी..', पूर्व चीफ जस्टिस की रिपोर्ट में घिरी ममता सरकार खालिस्तान समर्थक अमृतपाल सिंह का करीबी पपलप्रीत दिल्ली से गिरफ्तार, पंजाब पुलिस ने दबोचा प्रियांशु ने इस खिलाड़ी को मात देकर अपने नाम किया Orleans Masters का खिताब