भोपाल। मध्यप्रदेश में मेडिकल कॉलेजों में प्रवेश से जुड़े और लम्बे समय तक विवादों में घिरे रहने वाले घोटाला मामले में कुछ दिनों पहले ही मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह द्वारा एक विशेष न्यायालय में मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान समेत कई अन्य अधिकारीयों के खिलाफ परिवाद दायर करने के बाद अब कांग्रेस के दिग्गज नेता कमलनाथ भी इस मामले में आज अपने बयान दर्ज कराने कोर्ट पहुंचे है। एमपी व्यापम में ई-गवर्नेंस मैनेजर सहित 150 वेकेंसी, 25000 तक मिलेगा वेतन कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कमलनाथ इस मामले में अपना बयान दर्ज कराने के लिए आज भोपाल की डिस्ट्रिक कोर्ट पहुंचे थे। मध्यप्रदेश कांग्रेस से जुड़े सूत्रों के मुताबिक मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह भी आज इस मामले में अपना बयान दर्ज करवाने के लिए इस विशेष न्यायलय में उपस्थित होंगे। इस मामले में कांग्रेस का आरोप है कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह की निगरानी में राज्य सरकार के कई अधिकारियों ने नितिन महेन्द्रा के कंप्यूटर से प्राप्त मूल हार्ड डिस्क में मौजूद इस मामले से जुडी एक्सेल शीट में कई जानकारियों को बदला है। VYAPAM : 17 हजार पदों पर भर्ती, शिक्षकों के लिए सुनहरा मौका उल्लेखनीय है कि मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने बीते बुधवार ही इस मामले में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती और कई अन्य पुलिस अधिकारियों के खिलाफ एक्सेल शीट में फेरबदल करने का आरोप लगते हुए विशेष न्यायालय में एक मुकदमा दर्ज करवाया था। इस मुक़दमे में उन्होंने 27,000 हजार पन्नों का एक परिवाद दायर किया था। इसके बाद व्यापम की जांच के लिए गठित इस विशेष न्यायलय ने दिग्विजय सिंह और कमलनाथ को समन भेज कर कहा था कि वे 22 सितम्बर तक कोर्ट पहुंच कर इस मामले में अपने बयान दर्ज कराएं। ख़बरें और भी व्यापमं घोटाला : मुश्किल में पड़ सकते है शिवराज, दिग्विजय ने ठोका मुकदमा क्या प्रिया प्रकाश के मुरीद हैं राहुल गाँधी ? शिवराज का पलटवार : राहुल को यह भी नहीं पता कि प्याज कहां उगता है राहुल गाँधी लाइव : कन्या पूजन से शुरू हुआ रोड-शो का कारवां व्यापमं घोटाला : मुश्किल में पड़ सकते है शिवराज, दिग्विजय ने ठोका मुकदमा