कांग्रेस वर्किंग कमेटी (CWC) में मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह को जगह नहीं दी गई जिसके बाद उनका रिएक्शन आया. उन्होंने कहा कि वह चाहे कहीं भी रहें, नफरत की राजनीति के खिलाफ लड़ते रहेंगे. उन्होंने भावुक अंदाज में कहा कि पार्टी ने मुझे बहुत कुछ दिया है और मुझ पर विश्वास भी किया है. उन्होंने सीडब्ल्यूसी में बदलाव के फैसले का स्वागत करते हुए कहा कि उनकी विचारधारा नफरत और हिंसा के खिलाफ है और ऐसी ताकतों से वह अपनी अंतिम सांस तक लड़ते रहेंगे. आरएसएस मुझे बुलाती तो मैं भी जाता- दिग्विजय सिंह मंगलवार को कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने कांग्रेस वर्किंग कमेटी के 23 सदस्यों की लिस्ट जारी की जिसमे दिग्विजय सिंह का नाम नहीं है. मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं और ऐसे में कमलनाथ भी इस लिस्ट में शामिल नहीं किये गए है. दिग्विजय सिंह ने कहा है कि उन्हें नेताओं से कॉर्डिनेट कर चुनाव में जीत सुनिश्चित करने की जिम्मेदारी दी गई है. पीएम के एमपी दौरे पर दिग्विजय की खिंचाई दिग्विजय सिंह ने कहा कि चुनाव के बाद आगे की रणनीति पर काम किया जाएगा. साथ ही उन्होंने बीजेपी के वयोवृद्ध नेता लालकृष्ण आडवाणी का जिक्र करते हुए कहा कि जब आसपास आडवाणी जी हों तो मुझे क्यों रिटायर हो जाना चाहिए. उन्होंने स्पष्ट कहा कि वह अपनी अंतिम सांस तक पार्टी के लिए काम करेंगे. मप्र से सिर्फ ज्योतिरादित्य सिंधिया का नाम इस लिस्ट में शामिल किया गया है. यहाँ भी देखे - 'मैंने हिंदू नहीं संघी आतंकवाद कहा है'