कांग्रेस के लोकप्रिय नेता दिग्विजय सिंह ने सचिन पायलट के मामले में बड़ा बयान दिया है. उन्होंने बताया कि ज्योतिरादित्य सिंधिया जैसी परिस्थिति सचिन पायलट की है. सचिन को 26-27 वर्ष की आयु में कांग्रेस ने सांसद बना दिया. राजस्थान का उप मुख्यमंत्री बना दिया. अभी उनकी आयु ही क्या है 37-38 वर्ष है, थोड़ा धीरज रखो. कितने ऐसे व्यक्ति हैं जो इतनी जल्दी पॉलीटिकल पायदान पर ऊपर चढ़ते जा रहे हैं. जिस प्रकार का व्यवहार सचिन पायलट ने किया वो कांग्रेस पार्टी की नीतियों के विरूध्द है. इन युवाओं को सब्र नहीं है, राजनीति में धीरज की आवश्यकता है. धीरज से ही इंसान आगे बढ़ता है. आज सम्पूर्ण देश को वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए सम्बोधित करेंगे पीएम मोदी विदित हो कि इस सब घटनाक्रम के मध्य एक सबसे विशेष बात यह निकलकर सामने आ रही है कि अब तक कांग्रेस में राहुल गांधी के विरूध्द अधिकतर वरिष्ठ और बुजुर्ग नेता थे. किन्तु अब युवा नेता जिन्हें राहुल ब्रिगेड के नाम से भी जाना जाता है. वह भी राहुल के विरूध्द बगावत पर उतर आए हैं. ज्योतिरादित्य सिंधिया और सचिन पायलट के उदाहरण तो सबके समक्ष हैं, किन्तु इसका प्रारंभ प्रियंका चतुर्वेदी और संजय झा से हो चुकी है. जोकि कभी कांग्रेस के प्रवक्ता हुआ करते थे. राजस्थान सरकार में चल रहे सियासी संकट के चलते जम्मू-कश्मीर में दिखी हलचल राजस्थान की राजनीतिक विपत्ति के बाद मंगलवार को जिस प्रकार से प्रिया दत्त ने ट्वीट कर ज्योतिरादित्य सिंधिया और सचिन पायलट की बगावत का समर्थन किया है. बता दे कि उससे यह संदेश भी जा रहा है कि महाराष्ट्र और मुंबई में भी राहुल गांधी के विरूध्द विद्रोह पक रहा है. लंबे वक्त से राजनीतिक परिदृश्य से गायब प्रिया दत्त का सहसा जागरूक होकर राजस्थान कांग्रेस पर छाए संकट पर ट्वीट कर सचिन पायलट का समर्थन करना कांग्रेसियों की दृष्टी में एक असामान्य कृत्यु है. कांग्रेस विश्लेषक इसे सोची-समझी रणनीति का भाग मान रहे है. शुरू हुई पायलट को अयोग्य घोषित करने की प्रक्रिया अब अपनी विरासत की बागडोर को संभालेंगे ये दो भाई केंद्रीयमंत्री जितेंद्र सिंह समेत ये शख्स हुआ क्वारंटाइन