प्रयागराज: उत्तर प्रदेश पर्यटन विभाग ने प्रयागराज में होने वाले आगामी महाकुंभ मेले के लिए 34 देशों के राजनयिकों को निमंत्रण भेजा है। यह मेला 13 जनवरी से 26 फरवरी, 2025 तक चलेगा और इसे दुनिया के सबसे बड़े धार्मिक समारोहों में से एक माना जा रहा है। इस अवसर पर लाखों श्रद्धालुओं की उपस्थिति और अंतरराष्ट्रीय ध्यान की उम्मीद है। आमंत्रित देशों में नेपाल, श्रीलंका, इंडोनेशिया, थाईलैंड, मॉरीशस, कंबोडिया, दक्षिण कोरिया, म्यांमार, भूटान, बांग्लादेश, फिजी, लाओस, मलेशिया, वियतनाम, अमेरिका, यूके, ऑस्ट्रेलिया, रूस, फ्रांस, कनाडा, और जर्मनी शामिल हैं। राजनयिकों को आमंत्रित करने का उद्देश्य महाकुंभ की भव्यता और आध्यात्मिकता को वैश्विक स्तर पर पेश करना है, साथ ही भारत और अन्य देशों के बीच राजनयिक संबंधों को मजबूत करना है। उत्तर प्रदेश सरकार ने राज्य को पर्यटन का केंद्र बनाने के लिए इस महाकुंभ को एक महत्वपूर्ण अवसर माना है। महाकुंभ के आयोजन के दौरान श्रद्धालुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार ने व्यापक सुरक्षा प्रबंध किए हैं। 60,000 से अधिक पुलिसकर्मियों को तैनात किया जाएगा, जिसमें सीसीटीवी निगरानी, ड्रोन निगरानी, और विशेष त्वरित प्रतिक्रिया दल शामिल होंगे। भारतीय रेलवे भी श्रद्धालुओं की भारी भीड़ को ध्यान में रखते हुए महाकुंभ के दौरान 1,000 विशेष ट्रेनों का संचालन करेगा। इस आयोजन की तैयारी के तहत, बस सेवाओं को बढ़ाया जा रहा है और राज्य सड़क परिवहन निगम प्रयागराज तक सैकड़ों अतिरिक्त बसें चलाएगा। सरकार ने महाकुंभ के दौरान आने वाले श्रद्धालुओं के लिए बुनियादी ढांचे में सुधार के लिए पर्याप्त बजट आवंटित किया है, जिसमें बेहतर सड़कें, स्वच्छता, और स्वच्छ पेयजल की उपलब्धता सुनिश्चित करना शामिल है। इसके साथ ही, विशेष प्रावधान बुजुर्गों, विकलांगों, और महिला श्रद्धालुओं के लिए भी किए जा रहे हैं, ताकि उनकी भागीदारी सहज और आरामदायक हो सके। महाकुंभ 2025 एक ऐतिहासिक अवसर होगा, जो न केवल घरेलू बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी ध्यान आकर्षित करेगा। 34 देशों के राजनयिकों की भागीदारी के साथ, यह आयोजन भारत की सांस्कृतिक और धार्मिक विविधता को बड़े पैमाने पर मनाने का एक अवसर होगा। बांग्लादेश में माँ काली का मुकुट चोरी, 4 गिरफ्तार, पर नहीं मिला ताज सुप्रिया श्रीनेत के लिए बीमार, दिग्विजय के लिए शांति का मसीहा..! ज़ाकिर नाइक पर कांग्रेस मुस्लिम बहुल इलाके में माँ दुर्गा के जुलुस पर पथराव, भारी पुलिसबल तैनात