नई दिल्ली: जोशीमठ जैसी जमीन धंसने की आपदाओं की जानकारी अब समय रहते मिल सकेगी और इसको लेकर अलर्ट जारी हो जाएगा. खास तौर से हिमालय के इलाकों में आने वाले शहरों को लेकर. केवल यही नहीं अन्य सभी तरह की प्राकृतिक आपदाओं की सूचना भी हमें पहले मिल जाएगी. क्योंकि भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) और अमेरिकी स्पेस एजेंसी नासा (NASA) इस वर्ष सितंबर में एक ऐसा सैटेलाइट लॉन्च करने जा रहे हैं, जो विश्व को प्राकृतिक आपदाओं से बचाएगा. इस सैटेलाइट का नाम है निसार (NASA-ISRO Synthetic Aperture Radar - NISAR). ये विश्व का सबसे महंगा अर्थ ऑब्जरवेशन सैटेलाइट है. इस प्रोजेक्ट में लगभग 10 हजार करोड़ रुपए का खर्च आएगा. ये सैटेलाइट किसी शहर के धंसने की घटना पर ही नहीं, बल्कि पूरे विश्व पर नजर रखेगा. यह बवंडर, तूफान, ज्वालामुखी, भूकंप, ग्लेशियरों का पिघलना, समुद्री तूफान, जंगली आग, समुद्रों के जलस्तर में वृद्धि सहित कई आपदाओं का समय रहते अलर्ट देगा. NISAR अंतरिक्ष में धरती के चारों ओर जमा हो रहे कचरे और धरती की तरफ अंतरिक्ष से आने वाले खतरों की सूचना भी देता रहेगा. यह सैटेलाइट 1 फरवरी 2023 को पासाडेना स्थित जेट प्रोपल्शन लेबोरेटरी से भारत के लिए भेजा जाएगा. इस मौके पर ISRO चीफ डॉ. एस सोमनाथ के भी मौजूद रहने की उम्मीद है. ISRO चीफ ने कहा था कि पहले सैटेलाइट के पेलोड्स को जेट प्रोपल्शन लेबोरेटरी भेजा गया. इस वक़्त अमेरिकी रडार सैटेलाइट में लगाया जा चुका है. अब शिकायतों के लिए नहीं लगाने होंगे सरकारी दफ्तरों के चक्कर, संभव पोर्टल पर होगा हर समस्या का समाधान जमीन विवाद के बीच सीएम ममता ने अमर्त्य सेन को दी Z+ सिक्योरिटी गोरखपुर मंदिर पर हमला करने वाले अहमद मुर्तजा को आज सजा सुनाएगी NIA कोर्ट