नई दिल्ली. देशभर में विभिन्न स्थानों से कथिततौर पर चिप लगाकर पेट्रोल को वाहनों में भरने में हैराफेरी की बातें सामने आई थीं. इसके बाद स्पेशल टास्क फोर्स ने उत्तरप्रदेश के लखनऊ में 23 ऐसे लोगों को पकड़ा है जो कि चिप लगाकर पेट्रोल में हेराफेरी कर रहे थे. इस हेराफेरी से बचने के लिए सरकार ने कवायद शुरू कर दी है. सरकार पेट्रोल पम्पो पर एक ऐसी डिस्पेंसिंग मशीन लगाने वाली है जिसमे छेड़छाड़ करना मुश्किल होगा. पेट्रोलियम व प्राकृतिक गैस मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने डिस्पेंसिंग मशीन बनाने वाली देशी और विदेशी कम्पनियो से मीटिंग की है. और साथ ही देश भर में पेट्रोल पम्पो पर निरिक्षण करने का निर्णय लिया है. बता दे कि पुरे देश भर में 58 हजार पेट्रोल पंप है जिसमे 54 हजार सरकारी तेल कम्पनियो के है. जानकारों के अनुसार विश्व में अत्याधुनिक डिस्पेंसिंग मशीन आ चुकी है जो स्वचालित तरिके से पेट्रोल-डीजल की मिलावट को रोकती है साथ ही साथ उसकी मात्रा भी सुनिश्चित करती है. सरकार ने आगे की रणनीति बनाने के लिए मंगलवार को लखनऊ में एक बैठक बुलाई गई है जिसमे पेट्रोलियम मंत्रालय और सरकारी तेल कम्पनियो के शीर्ष अधिकारियो के साथ प्रशसनिक अधिकारी और राज्य सरकार के संबंधित मंत्री हिस्सा लेंगे. ये भी पढ़े बिना सब्सिडी वाले सिलिंडर की कीमत 92 रुपए घटी जाने पेट्रोल और डीजल की गाड़ीयों में से कौन हैं बेहतर इंदौर में भी पेट्रोल पंपों पर हो रही चिप की जांच