श्रीनगर: जम्मू कश्मीर की स्थित भारत-चीन सीमा पर अधिकतर तनाव की स्थिति रहती है, चीन ने कई बार उस सीमा का अतिक्रमण करके भारतीय सीमा में घुसपैठ करने की कोशिशें भी की है, यहाँ तक कि कितनी बार तो चीनी सेना, भारतीय सीमा के कई किलोमीटर अंदर तक पहुँच गई थी, तब भारतीय सेना ने कई दिनों की मशक्कत के बाद उसे खदेड़ा था. इस घटना के बाद से भारत ने सीमा पर चौकसी बढ़ा दी थी, लेकिन अब फिर भारत-चीन सीमा पर विवाद उत्पन्न हो गया है. इस बार चीनी सेना नहीं बल्कि चरवाहों और भारतीय सेना के बीच तनाव की स्तिथि बन गई, दरअसल लद्दाख के उस इलाके में रहने वाले चरवाहों का कहना है कि वे लोग उस क्षेत्र में कई वर्षों से मवेशी चारा रहे हैं, लेकिन सेना के जवान अब उन्हें मवेशियों को चराने से मना कर रहे हैं, इस मुद्दे पर शुक्रवार को तो हालात इतने बिगड़ गए कि पहले दोनों पक्षों में हाथापाई हुई और बाद में पत्थरबाजी शुरू हो गई. इसे सेना के 4 जवान घायल हो गए. इस मामले को सुलझाने के लिए प्रशासन ने स्थानीय लोगों के साथ बैठक भी की है, लेकिन फ़िलहाल कोई हल नहीं निकल पाया है, ग्रामीणों का कहना है कि सेना और ITBP की तरफ से उन्हें भेड़ बकरियां चराने से रोकने का फायदा दरअसल चीन को ही मिलता है. इस पहाड़ी इलाके को खाली देखकर चीनी सेना के जवान धीरे धीरे भारतीय सीमा में घुसने लगते हैं. ग्रामीणों ने बताया कि लद्दाख क्षेत्र में दुम्चुले एक इलाका है, जहाँ पर 30 साल से चरवाहों के जाने पर रोक लगा दी गई है, नतीजा ये है कि वहां चीन ने कब्ज़ा कर लिया है. आपको बता दें कि उस क्षेत्र में भारत-चीन सीमा के कोई चिन्ह नहीं है, इसीलिए दोनों देशों के बीच सीमा को लेकर अक्सर विवाद होता रहता है. पाक के विदेश मंत्री का भड़काऊ बयान कश्मीर में आतंकियों की मौत से बौखलाया पाक जम्मू-कश्मीर में हालात तनावपूर्ण, स्कूल-कॉलेज बंद