मुंबई: महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के लिए नामांकन दाखिल होने के बाद महाविकास अघाड़ी (MVA) के भीतर राजनीतिक टकराव की स्थिति उत्पन्न हो गई है। शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) के प्रवक्ता संजय राउत ने कांग्रेस पर आरोप लगाया है कि उसने अधिक उम्मीदवार मैदान में उतारे हैं, जिससे गठबंधन के धर्म का पालन नहीं हो रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि सांगली पैटर्न से बचने की आवश्यकता है, क्योंकि पिछले लोकसभा चुनाव में इस क्षेत्र से शिवसेना (उद्धव) तीसरे स्थान पर आ गई थी, जब कांग्रेस के बागी विशाल पाटिल ने चुनाव लड़ा था। राउत के अनुसार, लगभग 90 प्रतिशत सीटों पर आपसी समझौता हो चुका है, लेकिन 10 प्रतिशत सीटों पर अभी भी विवाद है। उन्होंने कहा कि उनकी कोशिश है कि सभी दलों को मनाया जाए ताकि संधि का पालन हो सके। यदि ये मुद्दे नहीं सुलझाए गए, तो इससे आगामी चुनावों में गठबंधन को नुकसान पहुंच सकता है। संजय राउत ने देवेंद्र फडणवीस पर भी कटाक्ष करते हुए कहा कि जब वे अपने क्षेत्र नागपुर के लिए काम नहीं कर पाए, तो आगे की बात करने का क्या मतलब है। इस बीच, कांग्रेस के भीतर भी बगावत की स्थिति है। सांगली सीट पर पृथ्वीराज अधिकृत उम्मीदवार हैं, लेकिन सांसद विशाल पाटिल की भाभी जयश्री भी चुनावी मैदान में हैं। मिराजे की सीट और विदर्भ, मुंबई में भी सीटों को लेकर विवाद चल रहा है। रामटेक और नासिक मध्य जैसी सीटों पर दोनों पार्टियों ने अपने-अपने उम्मीदवार खड़े किए हैं, जिससे चुनावी स्थिति और भी जटिल हो गई है। यदि यह विवाद और टकराव जारी रहता है, तो यह गठबंधन के लिए चुनावी नुकसान का कारण बन सकता है। पार्टी में आंतरिक संघर्ष और सीटों पर उम्मीदवारों की संख्या में भिन्नता मतदाताओं के सामने एक असंगठित छवि पेश कर सकती है, जिससे महाविकास अघाड़ी को नुकसान उठाना पड़ सकता है। चुनाव से पहले ही यह टकराव गठबंधन की एकता को कमजोर कर सकता है, जो कि चुनावी सफलता के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। बांधवगढ़ टाइगर रिज़र्व में 4 हाथियों की रहस्यमयी मौत, 6 बीमार, प्रशासन में मचा हड़कंप वक्फ पर JPC बैठकों का अंतिम चरण, शीतकालीन सत्र में होगी फाइनल लड़ाई जनगणना को लेकर तैयारियां तेज..! अमित शाह ने लॉन्च किया CRS एप, घर बैठे रजिस्ट्रेशन