सनातन धर्म में दीपावली का पर्व महत्वपूर्ण त्योहारों में से एक है। प्रत्येक वर्ष कार्तिक मास की अमावस्या को दीपोत्सव यानी दीपावली का त्योहार मनाया जाता है। यह पर्व सुख-समृद्धि का प्रतीक माना गया है। दीपावली के दिन धन की देवी मां लक्ष्मी तथा सुख-समृद्धि के देवता प्रभु श्री गणेश की पूजा की जाती है। मान्यता है कि इस दिन प्रभु श्रीराम लंकापति रावण को परास्त करके अयोध्या लौटे थे। 14 साल पश्चात् वनवास पूका करने के पश्चात् प्रभु राम की वापसी की खुशी में अयोध्यावासियों ने दीयों से अयोध्या नगरी को सजाया था। तभी से पूरे देश में दीपावली का पर्व मनाया जाता है। यह पर्व 5 दिनों तक चलता है। जानिए इस वर्ष पश्चात् कब मनाई जाएगी तथा 5 दिन के त्योहारों की सही दिनांक- दीपावली किस दिन है: दीपावली कार्तिक मास की अमावस्या तिथि को मनाते हैं। इस वर्ष अमावस्या तिथि 12 नवंबर 2023 को दोपहर 02 बजकर 44 मिनट पर शुरू होगी तथा 13 नवंबर 2023 को दोपहर 02 बजकर 56 मिनट पर ख़त्म होगी। दीपावली के दिन लक्ष्मी पूजन प्रदोष काल में उचित माना गया है। इसलिए दीपावली का पर्व 12 नवंबर 2023 को मनाया जाएगा। दीपावली गणेश-लक्ष्मी पूजन मुहूर्त 2023: दीपावली के दिन लक्ष्मी पूजन का शुभ मुहूर्त 12 नवंबर को शाम 05 बजकर 40 मिनट से रात 07 बजकर 36 मिनट तक है। लक्ष्मी पूजन के लिए महानिशीथ काल मुहूर्त रात 11 बजकर 39 मिनट से मध्य रात्रि 12 बजकर 31 मिनट तक रहेगा। मान्यता है कि शुभ मुहूर्त में गणेश-लक्ष्मी पूजन करने से घर में सुख-समृद्धि का आगमन होता है। यहां देखें दीपावली कैलेंडर 2023- धनतेरस 2023 कब है: दीपावली का पंचदिवसीय त्योहार धनतेरस से शुरू होता है। इस वर्ष धनतेरस 10 नवंबर 2023 को है। नरक चतुर्दशी (छोटी दिवाली) 2023 कब है: धनतेरस के अगले दिन छोटी दीपावली या नरक चतुर्दशी का पर्व मनाते हैं। इस वर्ष छोटी दीपावली 11 नवंबर 2023 को है। दीपावली 2023 कब है: दीपावली इस वर्ष 12 नवंबर 2023 को मनाई जाएगी। गोवर्धन पूजा 2023 कब है: आमतौर पर दीपावली के अगले दिन गोवर्धन पूजा का त्योहार मनाया जाता है। गोवर्धन पूजा कार्तिक मास की प्रतिपदा तिथि को होती है। इस वर्ष उदयातिथि में गोवर्धन पूजा 14 नवंबर 2023 को है। भाई दूज 2023 कब है: इस वर्ष भाई दूज 14 नवंबर 2023 को मनाया जाएगा। 'दुनिया का ब्रॉडबैंड कैपिटल बनेगा भारत..', मोबाइल कांग्रेस में आकाश अंबानी ने किया बड़ा ऐलान पीएम मोदी ने मध्य प्रदेश के चित्रकूट में कांच मंदिर में पूजा-अर्चना की शरद पूर्णिमा पर माँ लक्ष्मी को चढ़ाएं ये चीज, दूर होगी धन से जुड़ी सारी समस्याएं