जम्मू: पीएम नरेंद्र मोदी सोमवार प्रातः जम्मू कश्मीर के करगिल पहुंच गए हैं। वे यहां सेना के सैनिकों के साथ दिवाली मना रहे हैं। इस मौके पर प्रधानमंत्री मोदी ने एक बार फिर जोर देकर कहा है कि उनका परिवार सेना के जवान हैं, उन्हें उनके साथ दिवाली मनाना अच्छा लगता है। प्रधानमंत्री ने सैनिकों का दिवाली का मतलब बताते हुए कहा कि असल में दिवाली का सार ही ये है कि आतंक का अंत हो और फिर उसका उत्सव मनाया जाए। करगिल युद्ध के चलते भी सेना ने इसी प्रकार से आतंक के फन को कुचल दिया था। एक दिव्य जीत दिलाई थी। अपने संबोधन में प्रधानमंत्री ने कहा कि कोई भी राष्ट्र खुद को तभी सुरक्षित कह सकता है जब उसके बॉर्डर सुरक्षित हों, जब उसकी अर्थव्यवस्था सशक्त हो और जब गरीबों को अपना स्वयं का घर मिले, हर सुविधा मिले। पीएम ने इस बात का भी जिक्र किया कि हाल ही में ISRO ने ब्रॉडबेंड का विस्तार करते हुए एक साथ 36 सैटेलाइट स्पेस में छोड़े। बीते 8 वर्षों में देश की अर्थव्यवस्था भी 10वें पायदान से पांचवें स्थान पर आ गई है। ये कामयाबियां सभी को गर्व करने का अवसर देती है। सेना के जवान भी खुश होते हैं। प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में इस बात पर भी जोर दिया बीते कुछ वर्षों में सेना में सुधार के लिए कई रीफॉर्म किए गए हैं। फिर चाहे वो बेहतर तालमेल के लिए सीडीएस बनाना रहा हो या फिर बॉर्डर पर अत्याधुनिक टेक्नोलॉजी का उपयोग करना हो। प्रधानमंत्री सेना के सैनिकों के साथ बीते 8 वर्षों से दीपावली का पर्व मनाते आ रहे हैं। साल 2014 में जब से नरेंद्र मोदी ने पीएम की कुर्सी संभाली है, वह हमेशा ही जवानों संग ही दिवाली का पर्व मनाते हैं। इस बार पीएम नरेंद्र मोदी सेना के जवानों के साथ दिवाली मनाने की अपनी परंपरा को बरकरार रखते हुए जम्मू-कश्मीर के करगिल द्रास पहुंच गए हैं। 'हैप्पी दिवाली अब शुरू हो गई है', इंडिया की जीत के बाद बोले शाहरुख़ खान दिवाली को प्रदूषण से जोड़ते हुए वीडियो बना रही थी ‘भारत की ग्रेटा थनबर्ग’, मोबाइल ले उड़े उचक्के पटाखा जलाते समय रखे इन बातों का ध्यान वरना खतरे में पड़ जाएगी जान