रोहतक. बलात्कारी बाबा राम रहीम की इस साल की दिवाली रोहतक की सुनारिया जेल की कोठरी के पीछे अंधेरे में गुजरी. बाबा हर साल अपने हजारों चाहने वालो के के साथ दिवाली का जश्न मानते आये हैं लेकिन इस बार वो सलाखों के पीछे हताश और परेशान नजर आया. सूत्रों के मुताबिक गुरमीत जेल प्रशासन द्वारा दी मिठाई नहीं खाई और न दीया-मोमबत्ती जलाई. इतना ही नहीं गुरमीत राम रहीम पटाखों की गूंज से रात भर सो नहीं पाया और उसकी पूरी रात बेचैनी में गुजरी. बता दे की हर साल की तरह दिवाली पर जेल में कैदी व बंदियों के लिए जश्न का आयोजन किया गया था. जेल प्रशासन ने सभी कैदी व बंदियों को मिठाई भी बांटी थी, लेकिन गुरमीत ने मिठाई लेने से इन्कार कर दिया. वैसे दिवाली से चार दिन पहले गुरमीत राम रहीम का परिवार उसे जेल में मिठाई देकर गया था, जो उसने जरूर खाई. सुनारिया जेल में शुक्रवार को गुरमीत राम रहीम से मिलने उसके वकील पहुंचे थे. गौरतलब है कि गुरमीत राम रहीम की जेल में पहली दिवाली थी. वैसे तो बाबा अपनी दिवाली हमेशा बड़े हर्षोल्लास से मनाता थे. वह दिवाली के दिन खास ड्रेस पहनकर बाहर निकलता और दर्जनों लड़कियां थाल में दिए जलाएं उसका स्वागत करतीं, लेकिन धर्म की आड़ में किए गए अनैतिक कार्यों ने न केवल उसकी दिवाली ही काली कर दी, बल्कि 20 साल तक उसके जीवन में भी अंधेरा कर दिया. बिहार : समस्तीपुर में पुलिस फायरिंग के बाद मचा बवाल प्रेमी संग मिलकर पत्नी ने कर दी पति की हत्या छतरपुर में पुलिस आरक्षक की गोली मारकर हत्या