कश्मीरी नेताओं के समर्थन में उतरे स्टालिन, कहा- केंद्र सरकार ने घाटी को बना दिया विशाल जेल

चेन्नई: तमिलनाडु में मुख्य विपक्षी द्रमुक ने रविवार को इल्जाम लगाया है कि केंद्र ने जम्मू कश्मीर क्षेत्र को विशाल जेल में तब्दील कर दिया है। पार्टी ने पूर्व CM फारूक अब्दुल्ला समेत गिरफ्तार किए गए सभी नेताओं को रिहा करने की मांग की। जम्मू कश्मीर के मसले पर केंद्र के कदम की आलोचना करते हुए एम के स्टालिन की अध्यक्षता वाली पार्टी ने मांग की है कि केंद्र ''लोगों की भावनाओं का सम्मान करे।'' पार्टी ने अपनी आम परिषद् की मीटिंग में एक प्रस्ताव पेश किया है।

इस प्रस्ताव में जम्मू कश्मीर विधानसभा की मंजूरी के बगैर और वहां के लोगों की राय जाने बिना धारा 370 को निष्प्रभावी करने और क्षेत्र को दो केंद्रशासित प्रदेशों में विभाजित करने की आलोचना की गयी। इसके साथ ही इसमें कहा गया कि आम परिषद् (बैठक) क्षेत्र को विशाल जेल में तब्दील किए जाने और लोगों से विश्वासघात करने, फारूक अब्दुल्ला जैसे नेताओं की गिरफ्तारी और उन्हें हाउस अरेस्ट किए जाने की निंदा करती है।

स्टालिन की अध्यक्षता में हुई मीटिंग में पार्टी ने केंद्र से गिरफ्तार किए गए सभी लोगों को फ़ौरन रिहा करने और मानवाधिकार, कश्मीरी लोगों की भावनाओं और लोकतांत्रिक मूल्यों का सम्मान करने के लिए कहा है। द्रमुक ने केंद्र से मसौदा राष्ट्रीय शिक्षा नीति (डीएनईपी) 2019 को वापस लेने की भी मांग करते हुए इल्जाम लगाया कि यह हिंदी और संस्कृत थोपने की कोशिश है।

ऑस्ट्रेलिया के जंगल में भड़की आग, अब तक तीन की मौत

झारखंड: कांग्रेस नेता को आचार संहिता के उल्लंघन का नोटिस, दो दिन में माँगा गया जवाब

अमेरिकी कांग्रेस में सिख समुदाय के सम्मान के लिए पेश किया गया प्रस्ताव

Related News