लखनऊ: कन्नौज में समाजवादी पार्टी (सपा) के नेता और पूर्व ब्लॉक प्रमुख नवाब सिंह यादव का डीएनए सैंपल नाबालिग रेप पीड़िता के साथ मैच हो गया है, जिससे रेप की पुष्टि हो गई है। फोरेंसिक टेस्ट की रिपोर्ट में यह खुलासा हुआ, जिससे नवाब सिंह की मुश्किलें बढ़ गई हैं। अब पुलिस उनके खिलाफ पॉक्सो एक्ट के तहत चार्जशीट दाखिल करेगी। घटना 11 अगस्त की रात की है, जब नवाब सिंह यादव ने कन्नौज में एक नाबालिग लड़की के साथ रेप किया था। पीड़िता ने 112 नंबर पर कॉल कर पुलिस को घटना की जानकारी दी थी। मौके पर पहुंची पुलिस को पीड़िता की बुआ भी मिली, जिसे पुलिस ने हिरासत में लेकर पूछताछ की थी। उल्लेखनीय है कि, नवाब यादव को अखिलेश और उनकी पत्नी डिंपल का बेहद करीबी माना जाता है। ये नवाब, डिंपल यादव का प्रतिनिधि भी रह चुका है। पीड़िता की शिकायत पर पुलिस ने केस दर्ज कर लिया और मेडिकल जांच के बाद रेप की पुष्टि होने पर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। इस मामले की दूसरी आरोपी पीड़िता की बुआ है, जो नाबालिग को लेकर लखनऊ से नवाब सिंह के पास आई थी। घटना के दौरान वह कमरे के बाहर मौजूद थी, लेकिन उसने पीड़िता की मदद नहीं की। पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर लिया है। पूछताछ के दौरान, पीड़िता की बुआ ने बताया कि वह नवाब सिंह को पिछले 5-6 साल से जानती है और उनके साथ उसके फिजिकल रिलेशन भी थे। उसने पहले पुलिस को गुमराह करने की कोशिश की थी और कहा था कि नवाब सिंह को फंसाया जा रहा है। इसके पहले नवाब सिंह के एक करीबी रिश्तेदार की अवैध संपत्ति पर प्रशासन ने बुलडोजर कार्रवाई की थी। तिर्वा में बने बांके बिहारी कोल्ड स्टोरेज की बाउंड्री वॉल, जो 450 वर्ग मीटर सरकारी जमीन पर बनी थी, उसे गिरा दिया गया था। इससे पहले सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने पार्टी नेता मोईद खान और उसके नौकर राजू खान द्वारा अयोध्या में एक नाबालिग हिन्दू लड़की के साथ किए गए बलात्कार मामले में विवादित बयान दिया था। अखिलेश ने अपने पार्टी नेता के बचाव में कहा था कि गर्भवती लड़की का डीएनए टेस्ट कराया जाना चाहिए, जिसके लिए उनकी काफी आलोचना भी हुई थी। हालांकि, नवाब सिंह के मामले में डीएनए मैच होने से साबित हो गया कि सपा नेता ने ही बलात्कार किया था, लेकिन इस मामले पर अखिलेश यादव अभी चुप हैं। किसान आंदोलन के लिए SC ने फिर बनाई कमिटी, जानिए पिछली रिपोर्ट में क्या था 'मछली खाने आ जाओ', प्रेमिका के बुलाने पर घर पहुंचा प्रेमी और फिर जो हुआ... दिल्ली के चाचा नेहरू अस्पताल में 4000 बच्चों की मौत, केजरीवाल सरकार पर भड़की भाजपा