जन्माष्टमी का पर्व हिंदू धर्म में विशेष महत्व रखता है। यह दिन भगवान श्रीकृष्ण के जन्मोत्सव के रूप में मनाया जाता है, जिन्हें विष्णु के आठवें अवतार के रूप में पूजा जाता है। जन्माष्टमी, भाद्रपद मास के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को मनाई जाती है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, इस दिन भगवान कृष्ण का जन्म मथुरा में कंस के कारागार में हुआ था। भगवान श्रीकृष्ण ने धरती पर पापियों का नाश करने और धर्म की स्थापना के लिए अवतार लिया था। इसलिए, इस दिन को विशेष रूप से श्रद्धा, भक्ति और उत्साह के साथ मनाया जाता है। जन्माष्टमी की पूजा विधि और उत्सव की विशेषताएं जन्माष्टमी के दिन, मंदिरों और घरों में प्रभु श्री कृष्ण के बाल स्वरूप, जिन्हें लड्डू गोपाल भी कहा जाता है, की विशेष पूजा-अर्चना की जाती है। भक्तजन पूरे दिन व्रत रखते हैं और भगवान की सेवा में लीन रहते हैं। पूजा में विशेष रूप से पंचामृत (दूध, दही, घी, शहद और शक्कर) से लड्डू गोपाल का अभिषेक किया जाता है। इसके बाद भगवान को वस्त्र पहनाए जाते हैं और उन्हें आभूषणों से सजाया जाता है। रात्रि 12 बजे, जब प्रभु श्री कृष्ण का जन्म माना जाता है, तब विशेष आरती की जाती है। इस समय मंदिरों और घरों में "नंद के आनंद भयो, जय कन्हैया लाल की" जैसे भजन गाए जाते हैं। इसके साथ ही, भगवान को विभिन्न प्रकार के भोग जैसे माखन, मिश्री, मिठाई, फल आदि अर्पित किए जाते हैं। पूजा समाप्त होने के बाद ही व्रत का पारण किया जाता है। जन्माष्टमी के दिन किए जाने वाले खास उपाय ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, जन्माष्टमी की रात में कुछ खास उपाय करने से जीवन में धन, समृद्धि, सुख-शांति और सफलता प्राप्त होती है। ये उपाय भगवान कृष्ण की कृपा पाने और सभी प्रकार की बाधाओं से मुक्ति दिलाने में सहायक होते हैं। लड्डू गोपाल का शंख से अभिषेक: इस दिन भगवान कृष्ण के बाल स्वरूप लड्डू गोपाल का दक्षिणावर्ती शंख से अभिषेक करना बहुत शुभ माना जाता है। इसके बाद कृष्ण चालीसा या विष्णु सहस्त्रनाम का पाठ करें। ऐसा करने से आर्थिक स्थिति में सुधार होता है और घर में संपन्नता बनी रहती है। पान का पत्ता अर्पण: यदि आर्थिक स्थिति में लगातार सुधार नहीं हो रहा है, तो जन्माष्टमी की रात 12 बजे भगवान कृष्ण को पूजा के दौरान पान का पत्ता अर्पित करें। अगले दिन उस पान के पत्ते पर रोली से श्रीयंत्र बनाकर उसे तिजोरी या धन रखने के स्थान पर रखें। इससे आर्थिक तंगी से छुटकारा मिलता है और धन में वृद्धि होती है। माखन और मिश्री का भोग: रात 12 बजे भगवान कृष्ण को माखन और मिश्री का भोग लगाएँ। मान्यता है कि इससे जीवन में सुख-समृद्धि और खुशहाली आती है और दांपत्य जीवन भी सुखमय रहता है। बांसुरी का अर्पण: इस दिन लकड़ी की बनी बांसुरी खरीदकर भगवान कृष्ण को अर्पित करें, क्योंकि बांसुरी भगवान को अत्यंत प्रिय है। साथ ही "क्लीं कृष्णाय वासुदेवाय हरिः परमात्मने प्रणतः क्लेशनाशाय गोविंदाय नमो नमः" मंत्र का 108 बार जप करें। इससे भगवान कृष्ण की विशेष कृपा प्राप्त होती है और साधक को सभी कष्टों से मुक्ति मिलती है। धन-समृद्धि के लिए भगवान को पीले वस्त्र अर्पित करें और उन्हें पहनाएँ। इन उपायों से जन्माष्टमी का पर्व और भी मंगलकारी हो सकता है, और भगवान श्रीकृष्ण की कृपा जीवन में सुख और शांति लाती है। रक्षाबंधन के दिन घर ले आएं ये एक वस्तु, नहीं होगी धन की कमी हाथ में पैसा नहीं टिकने देती हैं ये 5 गलतियां, आज ही छोड़े ससुराल में राज करती हैं इस तारीख में जन्मीं लड़कियां