दिवाली का त्योहार इस वर्ष 24 अक्टूबर यानि कल सेलिब्रेट किया जा रहा है। दिवाली के साथ ही इस दिन नरक चतुर्दशी भी है। हिंदू पंचांग के अनुसार, हर वर्ष कार्तिक मास की कृष्ण पक्ष की अमावस्या तिथि को दिवाली सेलिब्रेट की जाती है। कहा जाता है कि इस दिन भगवान राम लंका पर विजय प्राप्ति के पश्चात अयोध्या वापस आए थे, जिसकी खुशी में सभी नगरवासियों ने अपने प्रभु राम के स्वागत में दीप जलाए थे। एक और मान्यता ये भी है कि इस दिन मां लक्ष्मी प्रकट हुई थी। इसी वजह से दिवाली पर माता लक्ष्मी की खास पूजा की जाती है। दिवाली पर माता लक्ष्मी के साथ ही भगवान गणेश, कुबेर और माता सरस्वती की पूजा-अर्चना की जाती है। दिवाली पर बहुत से लोग अपने घरों में माता लक्ष्मी की नई फोटो या मूर्ति लेकर आते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं आपको घर में माता लक्ष्मी की कैसी मूर्ति या फोटो लेना चाहिए? माता लक्ष्मी को धन की देवी कहा जाता है लेकिन अगर आप माता लक्ष्मी की सही फोटो या मूर्ति घर पर नहीं रखते तो इससे आपको आर्थिक तंगी को भी झेलना पड़ जाता है। दिवाली के खास अवसर पर आइए जानते हैं कि मां लक्ष्मी की किस तरह की मूर्ति घर में रखनी जरुरी है। वास्तु का कहना है कि, घर पर माता लक्ष्मी की फोटो हमेशा आशीर्वाद मुद्रा में लगानी चाहिए। इस तरह की तस्वीर लगाने से घर में पॉजिटिव एनर्जी आने लग जाती है। आप माता लक्ष्मी और भगवान विष्णु की एक साथ वाली फोटो भी घर में लग जाते है। इससे पूरे परिवार पर माता लक्ष्मी की कृपा बनी रहती है। जिसके साथ अलावा आप घर में माता की ऐसी फोटो भी लगा सकते हैं जिसमें उनके हाथों से धनवर्षा हो रही हो। इससे आर्थिक तंगी से छुटकारा मिल जाता है । माता लक्ष्मी की ऐसी तस्वीर या मूर्त न लाएं- 1. घर में माता लक्ष्मी की ऐसी फोटो नहीं लगानी चाहिए जिसमें वह रौद्र रूप में दिखाई दे रही हों या अशुरों का संहार कर रही हों। घर में माता लक्ष्मी की इस तरह की फोटो लगाना काफी अशुभ कहा जाता है। 2. दिवाली पूजा में माता लक्ष्मी की खड़ी अवस्था में प्रतिमा ना रखें। माता लक्ष्मी के इस स्वरूप की पूजा करने का कोई फल नहीं मिल पाता। हमेशा घर पर माता लक्ष्मी की बैठी हुई प्रतिमा को रखना जरुरी है। 3. माता लक्ष्मी का वाहन उल्लू है और उल्लू भी चंचल स्वभाव का होता है इसलिए देवी लक्ष्मी की मूर्ति कभी भी उल्लू पर बैठी हुई अवस्था में नहीं रखना चाहिए। 4. माता लक्ष्मी की मूर्ति को कभी भी दीवार से सटाकर नहीं रखना चाहिए। वास्तु में इसे दोष की तरह से देखते हैं। मूर्ति और दीवार के बीच दूरी बनकर रखनी चाहिए। 5. वास्तु के मुताबिक, देवी लक्ष्मी की मूर्ति को हमेशा उत्तर दिशा में रखना चाहिए तभी शुभ फल की प्राप्ति होती है। 6. मंदिर में कभी भी माता लक्ष्मी की एक से ज्यादा मूर्तियां नहीं रखनी चाहिए। शास्त्रों में इस वर्जित माना जाता है। दिवाली पर जरूर पढ़े या सुने यह दो पौराणिक कथा धनतेरस के दिन क्यों करते हैं दीपदान, पढ़े पौराणिक कथा 22 अक्टूबर को है धनतेरस, दीपदान करने से नहीं होगी अकाल मौत