प्रदोष व्रत का विशेष महत्व है क्योंकि इसे करने से मनुष्य को महादेव की कृपा प्राप्त होती है, जिससे जीवन में समृद्धि, सुख, और समस्त मनोकामनाओं की पूर्ति होती है। इसे एक शक्तिशाली साधना माना जाता है, जो विशेष रूप से उन लोगों के लिए लाभकारी है, जो आध्यात्मिक उन्नति एवं शांति की प्राप्ति के इच्छुक होते हैं। पंचांग के मुताबिक, 13 नवंबर को कार्तिक माह का दूसरा प्रदोष व्रत मनाया जाएगा, क्योंकि प्रदोष व्रत की पूजा प्रदोष काल में की जाती है। वही इस दिन कुछ विशेष कार्यों की मनाही होती है आइये आपको बताते है उन कार्यों के बारे में... प्रदोष व्रत के दिन क्या न करें: अन्न का सेवन: प्रदोष व्रत के दिन अन्न का सेवन नहीं करना चाहिए। मांस-मदिरा का सेवन: मांस और मदिरा का सेवन वर्जित है। झूठ बोलना: झूठ बोलने से पाप लगता है। चोरी करना: चोरी करना एक बड़ा पाप है। किसी को दुःख देना: किसी को दुःख देना मन को अशांत करता है। क्रोध करना: क्रोध करने से मन अशांत होता है। असत्य आरोप लगाना: किसी पर झूठा आरोप लगाना एक बड़ा पाप है। गाली-गलौज करना: गाली-गलौज से मन अशांत होता है और वातावरण दूषित होता है। अनैतिक कार्य करना: अनैतिक कार्य करने से पाप लगता है और जीवन में समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं। आलस्य करना: आलस्य करने से काम बिगड़ते हैं और जीवन में सफलता प्राप्त नहीं होती। प्रदोष व्रत का पालन करके भगवान शिव की विशेष कृपा प्राप्त की जा सकती है, जिससे जीवन में सुख और समृद्धि आती है। करियर-कारोबार में नहीं मिल रही सफलता, तो अपना लें ये उपाय कार्तिक पूर्णिमा के दिन जरूर करें इन चीजों का दान, घर में होगी धनवर्षा 'तेरी बहन को मुसलमान बनाऊंगा..', बन्दूक दिखाकर शादीशुदा दलित महिला को उठा ले गया फैजान