आजकल की जीवनशैली में तेजी से बदलाव आ रहे हैं, जिनका खामियाजा हमारे स्वास्थ्य पर भी देखने को मिलता है। कब्ज एक आम समस्या है जिसमें पेट साफ नहीं होता और मल त्यागने में कठिनाई होती है। यदि इस समस्या को अनदेखा किया जाए, तो यह कई गंभीर बीमारियों का कारण बन सकती है। कब्ज से संबंधित गंभीर बीमारियां: बवासीर (हेमोरॉइड्स): कब्ज के कारण मल त्यागने में कठिनाई होती है, जिससे बवासीर हो सकता है। यह स्थिति निचले मलाशय में सूजी हुई नसों के कारण होती है। बवासीर के लक्षणों में खून बहना और दर्द शामिल हो सकते हैं। एनल फिशर: यह समस्या गुदा या नली में कट लगने से होती है, जो आमतौर पर कठोर मल या अधिक जोर लगाने से होता है। एनल फिशर में मल के साथ खून निकलता है और गुदा के पास खुजली हो सकती है। रेक्टल प्रोलैप्स: इसमें मलाशय गुदा के अंदर खिसक जाता है, जिसे मांसपेशियों के कमजोर होने से होती है। यह बवासीर की तरह दिख सकता है लेकिन अपने आप ठीक नहीं होता और इसके लिए सर्जरी की आवश्यकता होती है। फेकल इम्पैक्शन: यह स्थिति तब होती है जब मल मलाशय में फंस जाता है। यह लगातार कब्ज की वजह से हो सकता है और इससे संबंधित समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। कब्ज से बचाव के उपाय: संतुलित आहार: फाइबर से भरपूर सब्जियों, फलों और अनाज का सेवन करें। पानी का सेवन: दिनभर पर्याप्त मात्रा में पानी पीएं। तरल पदार्थ: अपनी डाइट में तरल पदार्थों को शामिल करें, जैसे कि सूप और जूस। मल को रोकें नहीं: जब मल आने का एहसास हो, तो उसे रोकें नहीं। नियमित व्यायाम: रोजाना व्यायाम करें ताकि आंत्र क्रिया में सुधार हो सके। डॉक्टर से परामर्श: कब्ज की समस्या होने पर नियमित रूप से डॉक्टर से संपर्क करें और उनके द्वारा सुझाई गई दवाओं का सेवन करें। कब्ज की समस्या को अनदेखा करना स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकता है, इसलिए उचित आहार और नियमित चिकित्सा पर ध्यान दें। चेहरे की रंगत बिगाड़ सकती है इन 2 विटामिन्स की कमी, जानिए एक्सपर्ट्स की राय मानसून में इन पत्तों के पानी से धोएं चेहरा, पिंपल्स से मिलेगा छुटकारा उम्र के हिसाब से रोजाना कितने बादाम खाने चाहिए? यहाँ जानिए सही तरीका