दवा हम सभी को हमेशा लगती रहती है। ऐसे में इसे घर पर स्टोर करना बहुत जरुरी है लेकिन सही जगह! जी हाँ, लेकिन अगर आप बाथरूम में एक कैबिनेट में या कार में दवा रख रहे हैं तो आप अपनी सेहत के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं। जी हाँ क्योंकि गर्म और आर्द्र स्थानों पर स्‍टोर करने से दवाएं कम इफेक्टिव हो सकती हैं। जी हाँ, दवाएं और कुछ नहीं बल्कि केमिकल हैं जिनकी रासायनिक संरचना में किसी भी तरह के बदलाव को रोकने के लिए इनको सीधी गर्मी, धूप या नमी से दूर रखना होता है। इस वजह से दवाओं को स्‍टोर करते वक्‍त इस बात पर पूरा ध्‍यान दें क‍ि उनका मेडिसिन वेल्‍यू में कोई बदलाव न आएं। घर पर दवाओं को स्टोर करने के टिप्स- अधिकतर दवाएं कमरे के तापमान पर, सीधी धूप से दूर और ठंडी और सूखी जगह पर स्‍टोर करनी चाह‍िए। केवल यही नहीं बल्कि इसके अलावा, क‍िसी हान‍ि से बचने के ल‍िए टैबलेट स्ट्रिप्स और सिरप की बोतलों को बच्चों की पहुंच से दूर रखें। वहीं गोली की बोतलों में रुई, प्लास्टिक या कागज न रखें क्योंकि इससे दवा की प्रभावशीलता कम हो सकती है। अब आप जानना चाहेंगे कि दवाओं को स्टोर करने के लिए आदर्श तापमान क्या है? तो आपको सबसे पहले, दवाओं को सही तरीके से स्टोर करने के लिए सही तापमान और जगह जानने के लिए इसके पैकेजिंग पर स्‍टोरेज निर्देश को जरुर पढ़ना चाहिए। जी दरअसल ज्यादातर मामलों में, लेबल निर्देश दे सकता है कि आप दवा को कमरे के तापमान पर स्टोर करें, जो आमतौर पर लगभग 25 डिग्री सेल्सियस होता है। हालांकि, कुछ दवाओं को रेफ्रिजरेटर में स्‍टोर करने की आवश्यकता हो सकती है। इनमें वैक्‍सीन और इंसुलिन जैसे इंजेक्शन शामिल होते हैं। इसी के साथ रेफ्रिजेरेटेड दवाओं का सही तापमान आमतौर पर 2-8 डिग्री सेल्सियस होता है, इस वजह से कभी भी भूल से दवाओं को फ्रीज में न रखें। दवाएं हमेशा बॉक्‍स में रखनी चाह‍िए। इसी के साथ अगर गोलियां हवा के सम्पर्क में आ जाती हैं तो बॉक्‍स में रखी ऐसी गोलियां (नाइट्रोग्लिसरीन) एक सप्ताह में खराब हो सकती हैं इसलिए, बाद में ऐसी दवाईयों को नष्‍ट कर देना चाह‍िए। एक सप्ताह की राष्ट्रीय यात्रा के लिए केसीआर दिल्ली में अनमोल विचार: समझ ये बंदे, प्रभु तुझसे दूर नहीं। भक्तों को कष्ट मिले, ये हमारे कान्हा को मंजूर नहीं।। अमित शाह शनिवार से दो दिवसीय अरुणाचल दौरे पर रवाना होंगे