वास्तु शास्त्र, भारतीय वास्तुकला का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है, जो घरों और भवनों के निर्माण के लिए दिशा और स्थान का विशेष ध्यान रखता है। इसमें विभिन्न तत्वों के सही स्थान का महत्व है, जिसमें घड़ी भी शामिल है। सही दिशा में घड़ी लगाने से न केवल आपके घर का सौंदर्य बढ़ता है, बल्कि यह आपके जीवन की सकारात्मक ऊर्जा को भी प्रभावित करता है। घड़ी की सही दिशा वास्तु शास्त्र के अनुसार, घड़ी को हमेशा घर की सही दिशा में लगाना चाहिए। यह न केवल समय को सही दर्शाता है, बल्कि यह आपके जीवन में सकारात्मकता और समृद्धि भी लाता है। यदि आप घड़ी को गलत दिशा में लगाते हैं, तो इसके नकारात्मक प्रभाव हो सकते हैं। पश्चिम दिशा: वास्तु के अनुसार, दीवार घड़ी को कभी भी पश्चिम दिशा में नहीं लगाना चाहिए। ऐसा करना अशुभ माना जाता है और इससे कई प्रकार के संकट उत्पन्न हो सकते हैं, जैसे आर्थिक तंगी, मानसिक तनाव, और स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं। अगर आपकी दीवार घड़ी पश्चिम दिशा में है, तो यह आपके जीवन में उलटे समय का संकेत दे सकती है, जिससे कंगाली का वास हो सकता है। उत्तर और पूर्व दिशा: दीवार घड़ी को उत्तर या पूर्व दिशा में लगाना सर्वोत्तम माना जाता है। ये दिशाएं सकारात्मक ऊर्जा को आकर्षित करती हैं और आपके जीवन में सुख-समृद्धि लाने में मदद करती हैं। घड़ी की स्थिति घड़ी की स्थिति भी उसके प्रभाव को प्रभावित करती है: घर के द्वार पर घड़ी: घर के द्वार पर घड़ी नहीं लगानी चाहिए। द्वार वह स्थान है जहां से ऊर्जा का प्रवेश होता है, और घड़ी वहां नकारात्मकता का संकेत दे सकती है। बेड के पास या ऊपर: बेड के पास या बेड के ऊपर घड़ी लगाना भी नकारात्मक माना जाता है, क्योंकि यह नींद में व्यवधान डाल सकता है और मानसिक तनाव का कारण बन सकता है। बंद घड़ी का प्रभाव वास्तु शास्त्र के अनुसार, घर में कभी भी बंद घड़ी नहीं रखनी चाहिए। एक बंद घड़ी न केवल समय की सही जानकारी नहीं देती, बल्कि यह नकारात्मक ऊर्जा का स्रोत भी बन सकती है। सुधार की आवश्यकता: यदि आपकी घड़ी बंद हो गई है, तो उसे तुरंत ठीक कराना चाहिए या नई घड़ी लगानी चाहिए। इससे घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होगा और आप समय को सही ढंग से देख सकेंगे। वास्तु शास्त्र में घड़ी का स्थान और दिशा बहुत महत्वपूर्ण है। सही दिशा में घड़ी लगाने से आप अपने जीवन में सकारात्मकता और समृद्धि को आकर्षित कर सकते हैं। इसे ध्यान में रखते हुए, अपने घर में घड़ी की सही दिशा और स्थिति का ध्यान रखें, ताकि आप जीवन की खुशियों का भरपूर अनुभव कर सकें। आज शरद पूर्णिमा पर करें इन मंत्रों का जाप, पूरी होगी हर मनोकामना 80 साल बाद करवाचौथ पर बनने जा रहा है ये दुर्लभ-संयोग, इन राशियों की चमकेगी-किस्मत शरद पूर्णिमा की रात जरूर अपनाएं ये उपाय, बरसेगी माँ लक्ष्मी की कृपा