मानसून में भूलकर भी न जाएं इन जगहों पर घूमने, वरना बढ़ जाएगी समस्या

मानसून पूरे भारत में लोगों को चिलचिलाती गर्मी से राहत देता है। हालाँकि, यह कई चुनौतियाँ भी लेकर आता है। देश के कई हिस्सों में भारी बारिश मुश्किलों का कारण बनती है। मानसून को अक्सर रोमांटिक मौसम माना जाता है, जिससे कई लोग यात्रा की योजना बनाते हैं। फिर भी, ऐसी जगहें हैं जहाँ भूस्खलन और बाढ़ जैसे संभावित खतरों के कारण इस दौरान सावधानी बरतने की सलाह दी जाती है।

अम्बोली, महाराष्ट्र, एक ऐसा हिल स्टेशन है जो पूरे साल में सबसे ज़्यादा बारिश के लिए जाना जाता है। घने जंगलों, ऊँचे पहाड़ों और कई झरनों से घिरा, अम्बोली में जुलाई और अगस्त में सबसे ज़्यादा बारिश होती है। इस अवधि के दौरान यात्रा करने से अप्रिय परिस्थितियाँ पैदा हो सकती हैं।

चेरापूंजी पृथ्वी पर सबसे ज़्यादा नमी वाली जगहों में से एक है, जहाँ बारिश के दिनों में नमी बढ़ जाती है। असुविधा से बचने के लिए मानसून के दौरान चेरापूंजी से बचना चाहिए, खासकर जुलाई में जब कोहरा बढ़ जाता है।

ओडिशा बाढ़ के लिए अतिसंवेदनशील है, जिससे मानसून के दौरान यह जोखिम भरा हो जाता है। भारी बारिश अक्सर यहाँ बिजली आपूर्ति को बाधित करती है, जिससे यात्रा और दैनिक जीवन जटिल हो जाता है। अगर आप मानसून के दौरान ओडिशा जा रहे हैं, तो संभावित चुनौतियों के लिए तैयार रहें।

उत्तराखंड, जो अपनी खूबसूरत घाटियों के लिए मशहूर है, बारिश के दिनों में भयावह दृश्य प्रस्तुत कर सकता है। इस मौसम में बादल फटने की खबरें असामान्य नहीं हैं, जिससे यहाँ जाना असुरक्षित हो जाता है। सावधानी बरतें और ऐसे खतरों से बचने के लिए मानसून के दौरान उत्तराखंड जाने से बचें।

कुल मिलाकर, जबकि मानसून कई जगहों पर यात्रा के लिए राहत और रोमांटिक पृष्ठभूमि प्रदान करता है, अत्यधिक वर्षा और उसके बाद के क्षेत्रों से बचना आवश्यक है। सुरक्षित स्थलों की यात्रा की योजना बनाना इस आकर्षक मौसम के दौरान एक सुखद और परेशानी मुक्त अनुभव सुनिश्चित करता है।

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