शनिवार का दिन शनिदेव को बहुत प्रिय होता है। शनिदेव को न्यायकर्ता माना जाता है। वे मनुष्य को उसके कर्मों के मुताबिक फल देते हैं। अगर शनि किसी से खुश हों तो उस मनुष्य की जिंदगो में किसी प्रकार की कमी नहीं रहती। वहीं अगर शनि किसी से रुष्ट हो जाएं तो उसे शारीरिक, आर्थिक एवं मानसिक, तीनों प्रकार से प्रताड़ित करते हैं। ऐसे मनुष्य को जिंदगी में तमाम कष्ट झेलने पड़ते हैं। किन्तु यदि ऐसे कष्ट के वक़्त वक़्त में मनुष्य पीपल के पेड़ की पूजा करे तो उसकी जिंदगी से शनि से संबंधित पीड़ा ख़त्म हो जाती है। ब्रह्म पुराण के 118 वें अध्‍याय में एक प्रसंग के माध्यम से बताया गया है कि शनिदेव ने खुद कहा था कि शनिवार के दिन जो भी मनुष्य पीपल की पूजा करेगा, पीपल को स्पर्श करेगा, उसके सारे मनोरथ सिद्ध होंगे। उसे कभी शनि से संबंधित कष्ट नहीं झेलने पड़ेंगे। ऐसे मनुष्य के घर में लक्ष्मी का वास होगा तथा उसके सभी दुख दूर हो जाएंगे। यहां जानिए पीपल से संबंधित कुछ ऐसे उपाय जो आपकी प्रत्येक समस्या दूर करने में मददगार हो सकते हैं। 1- प्रत्येक शनिवार को पीपल के वृक्ष की जड़ को स्पर्श करके प्रणाम करें तथा शाम के वक़्त सरसों के तेल का दीपक जलाएं तथा 5 या 9 बार पीपल के पेड़ की परिक्रमा करें। ऐसा करने से शनि से जुड़े सभी कष्ट दूर होते हैं। परिवार में सुख समृद्धि आती है। 2- गीता में श्रीकृष्ण ने कहा है कि पेड़ों में मैं पीपल हूं। नारायण भगवान को शनिदेव अपना इष्टदेव मानते हैं। ऐसे में वे पीपल की उपासना से अत्यंत प्रसन्न होते हैं। अगर आपकी नौकरी में अड़चनें आ रही है, या सफल नहीं हो पा रहे हैं तो आप प्रत्येक शनिवार को दूध में गुड़ और पानी मिलाकर पीपल में डालें। आप चाहें तो ये काम प्रतिदिन भी कर सकते हैं। ऐसा करने से मनुष्य तेजी से सफलता की सीढ़ी चढ़ता है। 3- शनिवार को पीपल का एक पत्ता उठाकर घर लाएं। उस पर इत्र लगाएं एवं इस पत्ते को अपने पर्स में रख लें। प्रत्येक माह पत्ते को बदल लें। ऐसा करने से धन की कभी कोई कमी नहीं रहती है। 4- किसी खास मनोकामना की पूर्ति चाहते हैं तो किसी पुराने पीपल के वृक्ष के पास जाएं। इस के चलते अपने साथ लाल पेन, थोड़ा लाल कपड़ा तथा कलावा ले जाएं। साथ में आटे से बना घी का दीपक लेकर जाएं। पीपल के नीचे घी का दीपक जलाएं एवं सामने खड़े होकर हनुमान चालीसा का पाठ करें। इसके पश्चात् एक पीपल का पत्ता बिना तोड़े उस पर अपनी कामना को लिखें तथा वृक्ष की डाली पर सात बार कलावा लपेटें। उस कलावे को अपने हाथ पर भी लपेटें। तत्पश्चात, पीपल के वृक्ष के पास से थोड़ी सी मिट्टी लें तथा इसे लाल कपड़े में लपेट लें। फिर इस लाल कपड़े में बंधी मिट्टी को लाकर उस स्थान पर रख दें, जहां आप धन रखते हैं। इससे घर में बहुत समृद्धि आती है तथा प्रत्येक मनोकामना पूरी हो जाती है। भारत को 'विश्वगुरु' बनाने के लिए मोहन भागवत ने कही ये बात आज है रोहिणी व्रत, जानिए इस दिन का महत्व और शुभ मुहूर्त जीवन को सफल बनाएंगे गुरु नानक देव जी के ये 5 अनमोल वचन