हर घर की रसोई में नमक तो होता ही है. इसका इस्तेमाल लोग खाने का जायका बढ़ाने के लिए करते हैं. यह कई तरह का होता है. इसमें समुद्री नमक तथा पहाड़ी नमक प्रमुख है. पहाड़ी नमक को सेंधा नमक बोलते हैं. व्रत में इसका खूब इस्तेमाल होता है. मगर क्या आप जानते हैं कि ज्योतिष में भी नमक का खास महत्व बताया गया है. ज्योतिष में नमक को शुक्र एवं चन्द्रमा से जोड़ते हैं. ज्योतिष शास्त्र में नमक के कई चमत्कारी इस्तेमाल बताए गए हैं. ज्योतिषविदों के अनुसार, यदि कुंडली में चन्द्र कमजोर हो तो समुद्री नमक का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए. ऐसी दशा में सेंधा नमक फलदायी होता है. वहीं, मंगल कमजोर हो तो समुद्री नमक का इस्तेमाल लाभकारी होता है. घर में नमक के पात्र में लौंग डालकर रखना भी शुभ माना गया है. इससे सुख-समृद्धि बनी रहती है. घर में नमक के पानी का पोंछा लगाना भी बहुत लाभकारी होता है. इससे घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है तथा धनधान्य में बढ़ोतरी होती है. नमक के 5 चमत्कारी प्रयोग ज्योतिषियों का सुझाव है कि जब मन अशांत हो तो नमक मिले पानी से स्नान करने से शांति मिलती है। माना जाता है कि कमरे के कोने में नमक का टुकड़ा रखने से नकारात्मक ऊर्जा दूर हो जाती है। बुरी नजर से पीड़ित होने पर सिर के चारों ओर नमक के पानी के छींटे मारने की सलाह दी जाती है। लंबे समय तक तकिये के नीचे कांच के कंटेनर में नमक रखने से लंबी बीमारी का सामना करने वालों को फायदा होता है; इसे हर सप्ताह बदला जाना चाहिए। शुक्र ग्रह से संबंधित समस्याओं के लिए नमक का दान करना लाभकारी माना जाता है। नमक के प्रयोग में सावधानियां: नमक को हमेशा कांच के बर्तन में रखें। नमक बर्बाद करने से बचें; इसे जमीन पर मत फेंको. किसी को सीधे तौर पर नमक न दें, इससे रिश्तों में खटास आ सकती है। केवल अच्छे नैतिक चरित्र वाले व्यक्तियों से ही नमक या नमकीन खाद्य पदार्थों का सेवन करें। दबाव या दवाब में नमक लेने से बचें। इन सावधानियों का पालन करके, कोई भी संभावित नकारात्मक परिणामों से बचते हुए नमक के सकारात्मक प्रभावों को अधिकतम कर सकता है। साल की आखिरी एकादशी पर शुरू होंगे इन 6 राशियों के अच्छे दिन कब है वैकुंठ एकादशी? यहाँ जानिए शुभ महूर्त और पारण-समय गौहत्या और धर्मान्तरण रोकने के लिए छत्तीसगढ़ सीएम विष्णुदेव ने लोगों से की यह अपील