प्रत्येक महीने कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी के अगले दिन अमावस्या तिथि पड़ती है। वही इस बार 18 जून को 'आषाढ़ अमावस्या' है। सनातन धर्म में अमावस्या और पूर्णिमा तिथि की विशेष महत्वत्ता है। दैनिक पंचांग के मुताबिक, आषाढ़ अमावस्या की तिथि 17 जून को प्रातः 9 बजकर 11 मिनट से आरम्भ होकर अगले दिन 18 जून को 10 बजकर 06 मिनट पर समाप्त होगी। अतः 17 जून को दर्श अमावस्या एवं 18 जून को आषाढ़ अमावस्या है। इस दिन पितृ निवारण के लिए निम्न उपाय करने से जीवन के समस्त कष्‍ट दूर होते हैं। जानें हलहारिणी अमावस्या के खास उपाय:- 1. अमावस्या के दिन भूखे प्राणियों को भोजन कराने की खास अहमियत है। 2. अमावस्या की रात्रि अगर आप काले कुत्ते को तेल चुपड़ी रोटी खिलाते हैं तथा उसी वक़्त वह कुत्ता यह रोटी खा लेता है तो इस उपाय से आपके सभी दुश्मन उसी समय से शांत होना आरम्भ हो जाएंगे। 3. रुद्राभिषेक, पितृदोष शांति पूजन और शनि उपाय करने से जीवन के सभी कष्ट समाप्त हो जाएंगे। 4. इस दिन काली चींटियों को शकर मिला हुआ आटा खिलाएं। ऐसा करने से आपके पाप-कर्मों का क्षय होगा और पुण्य-कर्म उदय होंगे। यही पुण्य-कर्म आपकी मनोकामना पूर्ति में सहायक होंगे। 5. अमावस्या के दिन सुबह स्नान आदि करने के बाद आटे की गोलियां बनाएं। गोलियां बनाते वक़्त भगवान का नाम लेते रहें। फिर समीप स्थित किसी तालाब या नदी में जाकर ये आटे की गोलियां मछलियों को खिला दें। इस उपाय से आपके जीवन की अनेक समस्याओं का अंत हो सकता है। इंदौर में केरला स्टोरी जैसी घटना, प्रेम कर शादी की, फिर कहने लगा- मुस्लिम बन जा... 400 हिन्दुओं को मुस्लिम बनाने वाला मोहसिन महाराष्ट्र से गिरफ्तार, लोगों को देता था 'जन्नत' का लालच जानिए भारत में किन-किन जगहों पर गायों के बूचड़खाने मौजूद हैं...?