महेश नवमी के दिन महादेव की पूजा करने से जीवन के हर क्षेत्र में सफलता मिलती है. माहेश्वरी समाज का नाम महादेव के इसी नाम से पड़ा है, इसलिए इस समाज में महेश नवमी का खास महत्व है. हालांकि, महादेव के सभी भक्त इस दिन महादेव को प्रसन्न करने के लिए उनकी आराधना कर सकते हैं. वही महेश नवमी का पावन पर्व प्रत्येक वर्ष ज्येष्ठ मास के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि को मनाया जाता है. वर्ष 2024 में यह तिथि 15 जून को पड़ी है. ऐसे में इस दिन किए गए कुछ कार्यों से बड़ा लाभ मिलता है। महेश नवमी के दिन जरुर करें ये काम महेश नवमी के दिन माता पार्वती एवं महादेव की पूजा का विधान है. इस दिन सुबह स्नान के पश्चात् स्वच्छ वस्त्र धारण करें. महादेव को चंदन, पुष्प, गंगाजल आदि अर्पित करके पूजन आरंभ करें. पूजा के चलते शिव चालीसा का पाठ करें और शिव मंत्रों का जप करें, जिससे विशेष लाभ प्राप्त होगा. पूजा के अंत में भगवान शिव की आरती करें तथा प्रसाद का वितरण करें. व्रत रखने वालों को फलाहार करना चाहिए और दिन के वक़्त सोने से बचना चाहिए. महेश नवमी के दिन दान-पुण्य करने से शिव कृपा भी प्राप्त होती है. महेश नवमी का महत्व धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, महेश नवमी के दिन भगवान महेश और मां पार्वती ने ऋषियों के श्राप से पत्थर बन चुके 72 क्षत्रियों को मुक्त किया था. इसके बाद माता पार्वती ने उन क्षत्रियों को आशीर्वाद दिया कि उनके कुल पर हमेशा उनकी छाप रहेगी और उनका वंश माहेश्वरी के नाम से जाना जाएगा. इसलिए माहेश्वरी समाज में महेश नवमी के दिन भगवान शिव की पूजा का विशेष महत्व है. मान्यता है कि इस दिन भगवान शिव के महेश रूप की आराधना करने से सभी दुखों और विपदाओं से मुक्ति मिल जाती है. इन 4 राशियों के लिए बेहद शुभ है साल की सबसे बड़ी एकादशी, शुरू होंगे अच्छे दिन 14 जून को बन रहा गजकेसरी योग, इन राशि के लोगों की चमकेगी किस्मत सुबह उठते ही ना करें ये 3 गलतियां, धनवान को भी कर देती है 'कंगाल'