दूध को बच्चों से लेकर बड़ों तक के लिए एक पोषण का खजाना माना जाता है। इसमें कैल्शियम, प्रोटीन, और विटामिन डी प्रचुर मात्रा में होते हैं, साथ ही इसमें विटामिन बी12, मैग्नीशियम, पोटेशियम और अन्य आवश्यक पोषक तत्व भी होते हैं। नवजात शिशु का पहला आहार मां का दूध होता है, जिसे धीरे-धीरे गाय के दूध में बदला जाता है ताकि बच्चे का शारीरिक और मानसिक विकास सही तरीके से हो सके। दूध हड्डियों, दांतों, मांसपेशियों के विकास और हाइट बढ़ाने में सहायक होता है। लेकिन, कई लोग बच्चों को दूध में शक्कर मिलाकर देते हैं, जो कि नुकसानदेह हो सकता है। चीनी का सेवन सीमित मात्रा में ही करना चाहिए, और बच्चों के मामले में भी यह सच है। अक्सर, बिना सोचे-समझे लोग बच्चों को दूध में शक्कर मिलाकर नियमित रूप से देते हैं। छोटे बच्चे कई बार दूध पीते हैं, जिससे चीनी का अत्यधिक सेवन उनके स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकता है। दूध में चीनी डालने से पोषण कम हो जाता है विशेषज्ञों के अनुसार, बच्चों को दूध इसलिए दिया जाता है ताकि उन्हें आवश्यक पोषण मिल सके और उनका शरीर मजबूत हो। दूध प्रोटीन और कैल्शियम का बेहतरीन स्रोत माना जाता है। लेकिन जब इसमें चीनी मिलाई जाती है, तो इसके रिएक्शन से शरीर को पर्याप्त प्रोटीन और कैल्शियम नहीं मिल पाता। साथ ही, इससे पेट में कीड़े (वॉर्म्स) पनप सकते हैं, जिससे पाचन तंत्र प्रभावित हो सकता है और बच्चे को बार-बार दस्त की समस्या हो सकती है। बच्चे के मूड में हो सकते हैं बदलाव दूध में शक्कर मिलाने से बच्चे के शारीरिक स्वास्थ्य पर तो असर पड़ता ही है, लेकिन इसका प्रभाव मानसिक स्वास्थ्य पर भी हो सकता है। नियमित रूप से शक्कर वाला दूध देने से बच्चे में चिड़चिड़ापन और हाइपर एक्टिविटी जैसी समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं। पेट में वॉर्म्स की समस्या बच्चों के पेट में कीड़े होने की शिकायत आम है। इसके पीछे कई कारण होते हैं जैसे गंदे हाथों से खाना, प्रदूषित पानी आदि, लेकिन चीनी का अत्यधिक सेवन भी इसका एक बड़ा कारण हो सकता है। रोजाना चीनी देने से पेट में कीड़े पनप सकते हैं, जिससे गुदा में रैशेज हो सकते हैं और बच्चे को असुविधा होती है। डॉक्टर किरण गुप्ता के अनुसार, बच्चों को आर्टिफिशियल चीजें, डिब्बाबंद दूध, अन्य बेबी प्रोडक्ट्स और चीनी नहीं देनी चाहिए। बच्चों को कम से कम दो साल तक चीनी से दूर रखना चाहिए और केक, पेस्ट्री जैसी चीजों से भी बचना चाहिए। बच्चों के लिए स्वास्थ्यवर्धक आहार बच्चों को स्वस्थ पोषण देने के लिए प्राकृतिक खाद्य पदार्थ जैसे फल, सब्जियां और अनाज को प्राथमिकता देनी चाहिए। उदाहरण के लिए, गेहूं को भिगोकर उसके अंकुरित दाने बनाकर, उन्हें सुखाकर हल्का भून लें और पीसकर पाउडर बना लें। जब भी बच्चे के लिए दाल, सूजी आदि बनाए, तो इसमें यह पाउडर मिला दें, जिससे बच्चे को अतिरिक्त पोषण मिलेगा। 30 दिनों तक रोजाना करें इस एक फल का सेवन, दूर भाग जाएंगी खतरनाक बीमारियां सुबह खाली पेट करें इस जूस का सेवन, मिलेंगे भारी फायदे पढ़ने वालों बच्चों के रूम में जरूर लगाएं ये 5 पौधे, बनी रहेगी सकारात्मक एनर्जी