हमारे आसपास के कई ऐसे व्यक्ति हैं जिन्हें कई बार रात में डरावने सपने आते हैं। ठंडा पसीना आना, सांस तेज हो जाना एवं अचानक से नींद खुल जाना। ऐसा प्रत्येक उस शख्स ने महसूस किया होगा जिसने खौफनाक ख्वाब देखे हैं। एक इंटरव्यू के चलते स्लीप कंसल्टेंट मैरीन टेलर ने बताया है कि बुरे सपनों को कैसे रोका जा सकता है। 2010 में द स्लीप वर्क्स आरम्भ करने वाली मेरीन का कहना है, "कोई भी इंसान सपनों को नियंत्रण नहीं कर सकता किन्तु कुछ ऐसी तकनीकें हैं जो बुरे सपनों की संभावना को कम करने में काम आ सकती हैं।' मैरीन बताती हैं, 'सोने से पहले आपका मस्तिष्क जितना ज्यादा एक्टिव रहता है, बुरे सपने आने की संभावना उतनी ही ज्यादा रहती है। 'सोने से पहले इलेक्ट्रॉनिक्स, थ्रिलर टीवी शोज या सीरीज देखने से बचें। एंग्जाइटी को कम करने के लिए गर्म पानी से शॉवर लें, लाइट म्यूजिक सुनें, ब्रीदिंग एक्सरसाइज करें। मैरीन बताती हैं, 'स्ट्रेस को कम करना हमारे हाथ में नहीं है मगर यदि कोई स्ट्रेस कम लेगा तो उसकी नींद की क्वालिटी में सुधार होगा। दिन में लिए गए तनाव से रात को डरावने सपने आने का जोखिम बढ़ सकता है।' तनाव कम करने के लिए फिजिकल एक्टिविटी जैसे चलना, दौड़ना एवं योग करें जिससे एंडोर्फिन रिलीज होता है जो मूड को सही रखता है। इसके अतिरिक्त अरोमाथेरेपी लें, म्यूजिक सुनें, बुक पढ़ें, परिवार और दोस्तों के साथ समय गुजारें। मैरीन ने बताया, 'आप जहां सोते हैं वह कमरा शांत, अंधेरे वाला एवं अच्छी नींद के लिए उपयुक्त होना चाहिए। यदि नींद नहीं आती है तो अपने कमरे के माहौल को सोने लायक बनाएं। सोने से पहले कैफीन-शराब का सेवन करने से दिमाग एक्टिव बना रहता है। मैरीन बताती हैं, 'कैफीन एवं अल्कोहल नींद की गुणवत्ता को प्रभावित कर सकते हैं तथा परेशान करने वाले सपनों को बढ़ा सकते हैं। एक लापरवाही ने ले ली 7,000 लोगों की जान पेशाब में दिखे ये लक्षण तो हो जाए सतर्क, डायबिटीज का है संकेत क्या आपने खाए है तोरई के छिलकों के कबाब? यहाँ जानिए रेसिपी