इंदौर: महिला पहलवानों के यौन उत्पीड़न के आरोपों का सामना कर रहे बीजेपी सांसद एवं भारतीय कुश्ती संघ (WFI) के निवर्तमान अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह ने इस बहुचर्चित मामले के कोर्ट में विचाराधीन होने का हवाला देते हुए इस विषय में कुछ भी बोलने से मना कर दिया। बृहस्पतिवार को वह मध्यप्रदेश के इंदौर में थे। इस के चलते मीडियाकर्मियों ने जब उनसे सवाल किया तो बृजभूषण सिंह ने जवाब देते हुए कहा, क्या उनके चेहरे पर आरोप नजर आ रहे हैं? इंदौर में महिला पहलवानों के कथित यौन उत्पीड़न मामले में किए गए सवालों पर सिंह ने संवाददाताओं से कहा, मेरे खिलाफ लगे आरोप न्यायपालिका में विचाराधीन हैं, इसलिए मैं इस विषय में कुछ नहीं बोलूंगा। किन्तु आप मेरा चेहरा देखें। क्या आपको इस पर आरोप दिखाई पड़ रहे हैं? बृजभूषण शरण सिंह ने कहा, कोर्ट ने कहा है कि (महिला पहलवानों के कथित यौन उत्पीड़न मामले में) मीडिया ट्रायल मत कराइए एवं सच्चाई अदालत में रखिए। बृजभूषण शरण सिंह, WFI के आगामी चुनाव में मतदाता सूची का हिस्सा नहीं हैं। इस सूची में उनका नाम नहीं होने के बारे में पूछे जाने पर WFI के निवर्तमान अध्यक्ष ने कहा, यह भी मेरी मर्जी से है। बृजभूषण शरण सिंह पर कई महिला पहलवानों के यौन उत्पीड़न का आरोप है तथा उन्हें दिल्ली की एक कोर्ट से हाल ही में जमानत मिली है। मीडिया के साथ चर्चा से पहले, सिंह ने पूर्व केंद्रीय मंत्री कल्याण सिंह कालवी की 31वीं पुण्यतिथि पर राजपूत समुदाय के अग्रणी संगठन करणी सेना द्वारा आयोजित समारोह में भाग लिया। कल्याण सिंह कालवी करणी सेना के दिवंगत संस्थापक लोकेंद्र सिंह कालवी के पिता थे। बृजभूषण शरण सिंह ने महिला पहलवानों द्वारा उन पर लगाए गए गंभीर आरोपों की तरफ संकेत करते हुए पुण्यतिथि पर आयोजित समारोह के मंच से कहा, आपने देखा होगा कि 6-7 महीने पहले मुझ पर एक हमला हुआ था, मगर मैंने अपने चेहरे पर कभी कोई शर्मिंदगी तथा कमजोरी नहीं आने दी। कार्यक्रम के चलते श्रोताओं में सम्मिलित कुछ व्यक्तियों ने बजरंग पूनिया मुर्दाबाद का नारा लगाया, लेकिन मंच पर उपस्थित बृजभूषण शरण सिंह ने तुरंत इन लोगों से कहा कि वे इस आयोजन में ऐसी नारेबाजी ना करें। करणी सेना के नेताओं ने कार्यक्रम के मंच से सिंह के प्रति एकजुटता जताई तथा दावा किया कि देश में राजपूत समुदाय के नेतृत्व को दबाने का प्रयास किया जा रहा है। WFI के निवर्तमान अध्यक्ष ने कार्यक्रम में अपने संबोधन के चलते रामधारी सिंह दिनकर एवं हिंदी के अन्य कवियों की ओजपूर्ण कविताएं भी सुनाईं। '2 शादियों के बाद भी नहीं भरा मन तो 2 और महिलाओं से रखें अफेयर', दर्दनाक हुआ इस दिलफेंक आशिक का अंत मोहर्रम जुलूस के दौरान हुआ हादसा, झुलसे कई लोग इंदौर की पॉश कॉलोनी में चल रहा था सेक्स रैकेट, अचानक पहुंची पुलिस और फिर...