मरीजों से परेशान हुए डॉक्टर, नहीं खा रहे किसी भी तरह ही कोई दवाईयां

कानपुर: एकाएक बढ़ा ही जा रहा कोरोना का प्रकोप आज पूरी दुनिया के लिए महामारी का रूप लेता रहा है. वही  इस वायरस की चपेट में आने से अब तक 64000 से अधिक मौते हो चुकी है. लेकिन अब भी यह मौत का खेल थमा नहीं है. वहीं कानपुर में हैलट अस्पताल के मैटरनिटी ब्लॉक में बने कोरोना वार्ड में भर्ती जमातियों से डॉक्टर परेशान हैं. कोरोना संक्रमित तब्लीगी जमात के 6 लोगों ने दवाएं खाने से इंकार कर दिया है. लेकिन नाश्ता, चाय और खाना ले रहे हैं. दवाएं देते ही मना कर देते हैं. कोरोना को लेकर बने प्रोटोकॉल का भी पालन नहीं कर रहे हैं. जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज की प्राचार्य डॉ. आरती लालचंदानी के मुताबिक वे कहते हैं कि कोरोना-ओरोना कुछ नहीं होता. डॉक्टरों का कहना है कि अगर संक्रमित मरीज दवाएं नहीं खाएंगे और इलाज के प्रोटोकॉल का पालन नहीं करेंगे तो मर्ज बढ़ता जाएगा.

मिली जानकारी के अनुसार इन मरीजों को शुक्रवार को कोरोना पॉजिटिव रिपोर्ट आने के बाद हैलट में भर्ती किया गया है. इन सभी ने न तो शुक्रवार की रात और न ही शनिवार को कोई दवा ली. जंहा डॉक्टरों का कहना है कि इससे इलाज कर पाना बहुत मुश्किल होगा.  कोरोना पॉजिटिव जमातियों को ब्लॉक की ऊपरी मंजिल पर अलग-अलग कमरे में रखा गया है. हैलट के प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक डॉ. आरके मौर्या ने बताया कि एक कमरे में दो लोग रखे गए हैं. इन मरीजों के दवा न खाने के संबंध में सीएमओ को अवगत करा दिया गया.

वहीं इस बात का पता चला है कि अब इन्हें दवा खिलाने की तरकीब निकाली जा रही है. कोरोना रोगियों के थूकने और रेलिंग पर थूक लगाने के सवाल पर डॉ. लालचंदानी ने बताया कि ये कोरोना संक्रमित जमाती शांत हैं. बस दवा नहीं ले रहे हैं. इसके पहले जो 22 लोग भर्ती थे, उन लोगों ने थूकने की हरकत की थी.

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