देवी-देवताओ की पूजा की परम्परा अनेको वर्षो से निरंतर चली आ रही है.भगवान की पूजा द्वारा हमारी सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती है. परन्तु हम सभी को पूजा करने से पूर्व कुछ ख़ास नियमों का पालन करना चाहिए तभी हमे पूजा का शुभ फल पूर्ण रूप से प्राप्त हो पायेगा. 1-प्लास्टिक की बोतल में या किसी अन्य धातु के अपवित्र बर्तन में गंगा जल नहीं रखना चाहिए, लोहे अथवा एल्युमिनियम के बर्तन अपवित्र धातु की श्रेणियों में आती है. गंगाजल को रखने के लिए ताम्बे का बर्तन उत्तम तथा पवित्र माना जाता है. 2-यदि घर में भगवान शिव, गणेश और भैरव जी की मूर्ति हो या आप मंदिर में इन तीनो देवताओ की पूजा करते हो तो ध्यान रहे की इन तीनो देवो पर तुलसी ना चढ़ाए अन्यथा पूजा का उल्टा प्रभाव पड़ता है. 3-माँ दुर्गा की पूजा के समय उन्हें दुर्वा (एक प्रकार की घास) ना चढ़ाए क्योकि यह भगवान गणेश को विशेष प्रकार से चढ़ाई जाती है. 4-सूर्य देव को शंख से अर्घ्य नहीं देना चाहिए . 5-तुलसी का पत्ता बिना स्नान किये नहीं तोड़ना चाहिए क्योकि शास्त्रों में बताया गया है की यदि कोई व्यक्ति बिना नहाए ही तुलसी के पत्तो को तोड़ता है तो पूजा के समय तुलसी के ऐसे पत्ते भगवान द्वारा स्वीकार नहीं किये जाते. जानिए क्या हैं घर के मुख्य द्वार से जुड़े वास्तु नियम कपूर दूर करता है वास्तु से जुडी परेशानियों को ग्रहशांति पूजा ना करवाने से हो सकते है ये नुकसान