अगर हम शिवलिंग की पूजा करते है तो हमारी सारी इच्छाये पूरी हो जाती है.शिवलिंग की पूजा जल्द शुभ फल देने वाली मानी गई है. आज हम आपको बताने जा रहे है की हमें किस दिशा की ओर बैठ कर शिवजी का पूजन करना चाहिए. 1-शिवलिंग से पूर्व दिशा की ओर नहीं बैठना चाहिये. क्योंकि यह दिशा भगवान शिव के आगे या सामने होती है और धार्मिक दृष्टि से देव मूर्ति या प्रतिमा का सामना या रोक ठीक नहीं मानी गई है. 2-शिवलिंग से उत्तर दिशा में भी न बैठे. क्योंकि माना जाता है कि इस दिशा में भगवान शंकर का बायां अंग होता है, जो शक्तिरुपा देवी उमा का स्थान है. 3-पूजा के दौरान शिवलिंग से पश्चिम दिशा की ओर नहीं बैठना चाहिए. क्योंकि वह भगवान शंकर की पीठ मानी जाती है. इसलिए पीछे से देवपूजा करना शुभ फल नहीं देती. 4-इस तरह एक दिशा बचती है - वह है दक्षिण दिशा. इस दिशा में बैठकर पूजा फल और इच्छापूर्ति की दृष्टि से श्रेष्ठ मानी जाती है. सरल अर्थ में शिवलिंग के दक्षिण दिशा की ओर बैठकर यानी उत्तर दिशा की ओर मुंह कर पूजा और अभिषेक शीघ्र फल देने वाला माना गया है. क्या आपको भी तलाश है सुकून भरे घर कीमाँ लक्ष्मी को प्रसन्न करने के लिए करे विष्णु जी की पूजासफ़ेद चूहा देखने से होती है सारी मनोकामनाये पूरी