आजकल कॉन्टैक्ट लेंस का प्रयोग बेहद आम है, क्योंकि जैसे-जैसे कंप्यूटर और मोबाइल का चलन बढ़ता जा रहा है, वैसे-वैसे आंखों की रोशनी कम होने जैसी समस्याएं आम होती जा रही हैं. ऐसे में बहुत से लोग ऐसे हैं, जो चश्मा लगाने की अपेक्षा कॉन्टैक लेंस अधिक पसंद करते हैं. कुछ लोग शौकिया तौर पर भी इनका प्रयोग करते हैं. अगर आप भी ऐसा करते हैं तो सावधान हो जाएं. 1-जो लोग कॉन्टैक्ट लेंस पहनते हैं और अगर वे इनको स्विमिंग के दौरान भी पहने रहते हैं तो उनको कॉर्नियल इंफेक्शन का खतरा ज्यादा होता है, जिससे आंखों की रोशनी भी जा सकती है. 2-कभी भी अपने कॉन्टैक्ट लेंस को साफ करने के लिए पानी का प्रयोग न करें. इससे वे खराब हो जाते हैं तथा आंखों को भी क्षति पहुंचाते हैं. 3-जिन लोगों का मोतियाबिंद का ऑपरेशन हुआ है, उन लोगों के लिए इस बात का ध्यान रखना बहुत जरूरी होता है कि कम से कम दो हफ्ते तक आंखों पर पानी का छिड़काव न करें. इससे आंख खराब हो सकती है और अगर पानी दूषित हुआ तो फिर खतरा अधिक हो सकता है और इस बात की संभावना बहुत ज्यादा है कि आंखों की रोशनी जा सकती है. 4-किसी भी खुले जल स्रोत जैसे तालाब, नदी, झरने तथा कुएं के पानी का प्रयोग करना और भी बेहद खतरनाक होता है, क्योंकि इनके पानी के दूषित होने की संभावना अधिक होती है. ऐसे में अगर इस प्रकार का पानी आंखों के संपर्क में आता है तो आंखों में जलन, खुजली, लाली इत्यादि की संभावना हो सकती है. सेज के पत्तो की चाय से बढ़ाये अपनी याददाश्त