न्यूयाॅर्क। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने 7 इस्लामिक देशों के नागरिकों को अमेरिका में प्रवेश लेने को प्रतिबंधित कर दिया मगर अब ऐसे विदेशी जो कि अमेरिका में बसना चाहते हैं उनके लिए कुछ मुश्किल होने लगेगी। दरअसल अमेरिका के दो शीर्ष सीनेटर्स ने आव्रजन के स्तर को कम करने के साथ इसे आधा करने हेतु सीनेट में विधेयक प्रस्तुत किया है। दरअसल इस तरह की बात से ग्रीन कार्ड हासिल करने या फिर अमेरिका में लोगों के बसने की इच्छा करने वालों को झटका लग सकता है। अमेरिका के दो सीनेटर्स ने एक ऐसा विधेयक पेश किया है जो कि आव्रजन के स्तर को कम करने और आधा करने के लिए महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। माना जा रहा है कि लाखों की तादाद में अमेरिका में बसने वाले भारतीयों पर इसका विपरीत असर होगा। यहां रोजगार की आस लगाने वाले विदेशी लोग भी ट्रंप के निर्णय से मुश्किल में हें मगर माना जा रहा है कि ट्रंप अमेरिकियों को बेरोजगारी के संकट से उबारना चाहते हैं जिसके कारण वे अमेरिका में रहने की इच्छा रखने वाले विदेशियों को रोकना चाहते हैं। गौरतलब है कि भारतीयों को अमेरिका का ग्रीन कार्ड लेने के लिए बहुत समय लग जाता है करीब 35 वर्ष तक लोगों को इसके लिए इंतजार करना होता है। मगर प्रस्तावित विधेयक यदि कानून बन जाता है तो फिर यह समय बढ़ जाएगा। इस मामले में काॅटन द्वारा कहा गया कि वर्ष 2015 में 1051031 प्रवासी यहां पर पहुंचे थे। विधेयक के पारित होने से पूर्व के वर्षों में प्रवासियों की तादाद होकर 637960 तक सिमटने का अनुमान है। ये भी पढ़े - ट्रंप लगा सकते हैं पाकिस्तान पर बैन CIA ने राजीव गांधी की मौत को लेकर जताई थी ये आशंकाऐं ईरान के रक्षा कार्यक्रम को लेकर तनाव पैदा न करे अमेरिका