नई दिल्ली : अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के अमेरिकी संसद को दिए पहले संबोधन में भारतीयों के लिए अच्छा संकेत मिले है. अपने भाषण में ट्रंप ने योग्यता पर आधारित प्रवासी नीति की पैरवी की है.इससे भारतीय प्रोफेशनल्स को फायदा होने की संभावनाएं बढ़ गई हैं. अपने भाषण में ट्रंप ने कहा कि कनाडा और ऑस्ट्रेलिया जैसे देशों में मेरिट पर प्रवासियों को वीजा देने की व्यवस्था है. उनकी राय में इसी तरह की व्यवस्था अमेरिका में पैसा बचा सकती है और इससे कामगारों की तनख्वाहें भी बढ़ाई जा सकती हैं.ट्रंप ने प्रवासी नियमों में सुधार के लिए डेमोक्रेटिक पार्टी से सहयोग की अपील भी की. उनका कहना था कि अगर सरकार नौकरियों को बेहतर बनाने पर जोर दे तो प्रवासी कानूनों में सार्थक बदलाव संभव है. आपको बता दें कि अगर ट्रंप अपने शब्दों पर कायम रहते हैं तो इसका सर्वाधिक लाभ भारत के आईटी कर्मचारियों को होगा. एच-1बी वीजा पर अमेरिका में बसने वाले विदेशियों में भारत के IT सेक्टर के कर्मचारियों की संख्या सबसे अधिक है. ऐसे में भारत से अमेरिका जाने वाले वैज्ञानिकों, डॉक्टरों, इंजीनियरों को भी मेरिट पर आधारित वीजा व्यवस्था से लाभान्वित हो सकते है. यह भी पढ़ें अमेरिकी संसद में भारतीय इंजीनियर को श्रद्धांजलि, ट्रंप ने कहा नफरत की निंदा करते है बेटे का शव देख माँ ने कहा, छोटे बेटे को नहीं जाने दूँगी अमेरिका