वाशिंगटन: अमेरिकी राष्ट्रपति पद के रिपब्लिकन उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप ने एक बार फिर अमेरिका में रह रहे अवैध प्रवासियों पर निशाना साधा है. उन्होंने गुरुवार को कहा, ‘अमेरिका में रह रहे उन लाखों प्रवासियों को कोई माफी नहीं दी जाएगी, जो बिना दस्तावेजों के यहां रह रहे हैं. अगर मैं राष्ट्रपति बनता हूं तो मैं ऐसे लोगों को वापस उनके देश भेज दूंगा.’ ट्रंप ने मैक्सिको के राष्ट्रपति एनरिक पेना नीटो के साथ हुई बैठक के कुछ घंटों बाद अपनी बहुप्रतीक्षित आव्रजन नीति उजागर की. ट्रंप ने 10 बिंदुओं पर आधारित आव्रजन नीति की घोषणा की. इसकी दक्षिणी सीमा पर एक मजबूत दीवार का निर्माण, आपराधिक विदेशियों को तत्काल निर्वासित करना, दस्तावेज रहित प्रवासियों के लिए कोई क्षमा नहीं, देश में प्रवेश करने की इच्छा रखने वालों के लिए वैचारिक प्रमाण पत्रों के साथ कड़ी जांच और योग्यता के आधार पर वैध प्रवेश इस नीति के अहम हिस्सों में शामिल हैं. रिपब्लिकन उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि राष्ट्रपति बनते ही वह अवैध प्रवासियों पर कार्रवाई करेंगे. उन्होंने कहा,‘किसी को कोई माफी नहीं दी जाएगी. दुनिया को यह हमारा संदेश होगा कि आप हमारे देश में अवैध रूप से प्रवेश करके वैध दर्जा हासिल नहीं कर सकते. देश में कम से कम 20 लाख आपराधिक विदेशी रह रहे हैं और उनका प्रशासन पहले ही दिन से उन्हें बाहर निकालना शुरू कर देगा.’ वही मैक्सिको के राष्ट्रपति एनरिक पेना नीटो ने ट्रंप के उस प्रस्ताव को खारिज कर दिया है, जिसमें उन्होंने कहा था कि यदि वह राष्ट्रपति बनते हैं तो शणार्थियों के अवैध प्रवेश को रोकने के लिए वह सीमा पर एक दीवार बनवा देंगे. राष्ट्रपति ने कहा, मैंने ट्रंप को बता दिया है कि उनकी सरकार इस प्रस्ताव का समर्थन नहीं करेगी और ना ही इस दीवार के लिए कोई भुगतान करेगी. मालूम हो कि नीटो अमेरिका और मैक्सिको की सीमा पर दीवार बनाने की ट्रंप की योजना के कड़े आलोचक रहे हैं.