अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के फैसले सिर्फ वें खुद ही समझ सकते हैं. खबरों के अनुसार अब ट्रम्प पेरिस जलवायु समझौते पर एक बार फिर अपना फैसला बदल सकते हैं. सूत्रों के हवाले से कहा जा रहा है कि अगर समझौते में भारी फेरबदल किया जाए तो अमेरिका के राष्ट्रपति भी उस पर हस्ताक्षर करने के लिए तैयार हो सकते हैं. ट्रंप ने रविवार को ब्रिटेन में एक साक्षात्कार में इशारों इशारों में इस बात पर से पर्दा उठाते हुए कहा कि ''हमारे लिए पेरिस समझौता भयानक हो सकता था. उन्होंने यह भी कहा कि अगर वे अच्छा समझौता करें तो इसमें वापस आने की हमेशा संभावना है.'' पेरिस जलवायु समझौते से अमेरिका के पीछे हटने से वैश्विक तापमान को कम करने और पर्यावरण संरक्षण की कोशिश को झटका लगा था. ट्रंप के इस फैसले का मतलब था कि अमेरिका की ओर से विकासशील देशों को पर्यावरण संरक्षण के लिए फंड नहीं मिलना. इस समझौते से अलग होने तक अमेरिका की ओर से इस फंड में 50 करोड़ डॉलर दिया जा चुका था. इस समझौते के तहत साल 2020 से विकसित देशों की ओर से हर साल जलवायु वित्तीय सहायता के लिए 100 अरब डॉलर देने का प्रावधान किया गया था. ट्रंप ने कहा, ‘‘अगर कोई कहता है कि पेरिस समझौते को स्वीकार करो तो इसे बिल्कुल अलग समझौता होना होगा, क्योंकि हमने भयानक समझौता किया था.’’ गौरतलब हैं कि जयवायु परिवर्तन से निपटने के लिए पेरिस समझौते पर पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा ने हस्ताक्षर किए थे, लेकिन जून 2017 में ट्रंप ने इस समझौते से अलग होने की घोषणा कर विश्व को हैरत में डाल दिया था. ट्रंप ने इसे अमेरिकी अर्थव्यवस्था के लिए खराब समझौता करार दिया था. किन-किन महिलाओं से रहे है ट्रंप के नाज़ायज़ रिश्तें ट्रम्प ने रोकी तालिबानी नेताओं की राह मुस्लिम विरोधी वीडियो के लिए ट्रम्प की माफ़ी