न्यूयाॅर्क। नाॅर्थ कोरिया द्वारा किए गए मिसाईल परीक्षण का विवाद गहरा गया है। हालात ये है कि इस मामले में जापान ने जमकर विरोध किया है। दरअसल अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा नाॅर्थ कोरिया को आड़े हाथों ले लिया गया। इतना ही नहीं डोनाल्ड ट्रंप ने कनाडा के प्रधानमंत्री जिस्टन त्रुदु से भेंट की। उन्होंने उत्तर कोरिया द्वारा मिसाईल परीक्षण किए जाने को लेकर विरोध के स्वर कहे। उन्होंने कहा कि उत्तर कोरिया एक बड़ी मुसीबत बन सकता है उसके द्वारा जिस तरह के परीक्षण किए जा रहे हैं उसके विरूद्ध कड़ाई अपनाना बेहद आवश्यक है। व्हाइट हाउस से जारी हुए वक्तव्य में डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि नाॅर्थ कोरिया एक बड़ी परेशानी है। गौरतलब है कि उत्तर कोरिया द्वारा पूर्वी समुद्री क्षेत्र में बैलिस्टिक मिसाईल का परीक्षण कर दिया गया। इस दौरान डोनाल्ड ट्रंप और जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे ने परीक्षण को लेकर निंदा की। उल्लेखनीय है कि अमेरिका, दक्षिण कोरिया और जापान तीनों ही उत्तर कोरिया द्वारा आयुध परीक्षण और हथियारों की होड़ किए जाने के विरूद्ध एक साथ आए थे और इन लोगों ने इस मसले पर बैठकें ली थीं। इन लोगों द्वारा मिसाईल परीक्षण का विरोध भी किया गया था। मिली जानकारी के अनुसार उत्तरी प्योंगान प्रांत के बांघीयोन के समीप सुबह 7.55 बजे मध्यम दूरी के मुसुदन बैलिस्टिक मिसाईल का परीक्षण हुआ था। मिसाईल ने करीब 500 किलोमीटर की दूरी तय की इस दौरान उत्तर कोरिया के पूर्वी तट पर मिसाईल के अवशेष पाए गए। डोनाल्ड ट्रंप देगे अमेरिका- जापान के रिश्ते को मजबूती गोल्फ के बीच करीब आए शिंजो आबे और ट्रंप Donald Trump ला सकते हैं नई कारोबारी नीति