वाशिंगटन: अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक ऐसे बिल को हरी झंडी दे दी है, जिससे चीन की समस्या बढ़ सकती हैं। चीन के द्वारा उइगर मुस्लिमों और अन्य अल्पसंख्यकों पर किए जा रहे अत्याचार के खिलाफ अमेरिका में लाए गए एक विधेयक पर राष्ट्रपति ट्रंप ने दस्तखत कर दिए हैं। अमेरिकी कांग्रेस के बिल पारित करने के बाद बुधवार (17 जून, 2020) को ट्रंप ने इस विधेयक पर दस्तखत कर दिए। मामले में राष्ट्रपति ट्रंप ने अपना एक बयान जारी करते हुए कहा कि 2020 उइगर मानवाधिकार नीति अधिनियम ‘मानवाधिकारों के उल्लंघन के अपराधियों’ को जवाबदार ठहराएगा। वहीं इस विधेयक में पश्चिमी शिनजियांग क्षेत्र में उइगर और अन्य जातीय समूहों की व्यापक निगरानी और हिरासत में लेने वाले चीनी अधिकारियों पर पाबन्दी भी शामिल है। इसके बाद उइगरों के अधिकारों की जंग लड़ रहे वकील नुरी टर्केल ने सोशल मीडिया पर राष्ट्रपति ट्रंप का शुक्रिया अदा करते हुए लिखा है कि,”यह अमेरिका और उइगर लोगों के लिए एक महान दिन है।” चीन उइगर मुस्लिम को अपने लिए खतरा मानता है। चीन ने इन पर दाढ़ी बढ़ाने और नकाब पहनने की वजह से भी उन पर कार्रवाई की है और उन्हें अज्ञात जगह पर हिरासत में भेज दिया गया है। आम आदमी पर महंगाई की मार, लगातार 13वें दिन बढ़े पेट्रोल-डीजल के दाम कोरोना के खिलाफ सबसे बेहतर इलाज कर रही भारतीय दवा पर से सरकार ने हटाई रोक हर रोज मिल रहे 12500 से अधिक संक्रमित, लॉकडाउन में छूट के बाद प्रतिदिन भारी जनहानि