कोच्ची: केरल पुलिस ने मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन के फेसबुक पोस्ट के खिलाफ कथित सोशल मीडिया अभियान की जांच शुरू कर दी है, जिसमें सभी से वायनाड जिले में भूस्खलन से प्रभावित लोगों की मदद करने की अपील की गई थी। गुरुवार को वायनाड साइबर क्राइम पुलिस ने भारतीय न्याय संहिता (BNS) और आपदा प्रबंधन अधिनियम की कई धाराओं के तहत मामला दर्ज किया। साइबर क्राइम पुलिस ने राहत प्रयासों में बाधा डालने के इरादे से कथित तौर पर झूठे सोशल मीडिया अभियान के प्रसार की भी जांच शुरू की है। पोस्ट का उद्देश्य लोगों को आपदा राहत के लिए मुख्यमंत्री के अनुरोध को अस्वीकार करने के लिए प्रभावित करना था। पुलिस ने चेतावनी जारी की है कि गलत सूचना फैलाने के इरादे से पोस्ट को संपादित करने, बनाने या प्रसारित करने वाले व्यक्तियों के खिलाफ आपदा निवारण अधिनियम के तहत सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी। इसे लागू करने के लिए साइबर पुलिस ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म की निगरानी तेज कर दी है। अपने फेसबुक पोस्ट में पिनाराई विजयन ने सभी से भूस्खलन से प्रभावित लोगों की मदद के लिए मुख्यमंत्री आपदा राहत कोष (CMDRF) में दान करने का अनुरोध किया। भारी बारिश के बाद मंगलवार को वायनाड में भूस्खलन की तीन घटनाएं हुईं। जिले के मुंडक्कई, चूरलमाला, अट्टामाला और नूलपुझा गांव भूस्खलन के कारण सबसे ज्यादा प्रभावित हुए। इसमें अब तक लगभग 277 लोगों की जान जा चुकी है और 220 लापता बताए जा रहे हैं। वहीं, इससे पहले गृह मंत्री अमित शाह ने लोकसभा में इस मुद्दे पर बताया था कि केरल सरकार को 7 दिन पहले इसकी चेतावनी भेज दी गई थी, अगर सरकार ने वार्निंग को गंभीरता से लिया होता तो इस दुखद त्रासदी को रोका जा सकता था। हालाँकि, अब सीएम विजयन ने लोगों से वायनाड के लिए दान करने की अपील की है, वहीं जो सोशल मीडिया यूज़र ने मुख्यमंत्री की अपील मानने से इंकार करने को कहा है, उसके खिलाफ केस दर्ज हो गया है। 'ऐसे गुंडे को CM हाउस में किसने रखा..', स्वाति मालीवाल मामले में केजरीवाल के PS बिभव कुमार पर भड़का सुप्रीम कोर्ट अयोध्या से सपा सांसद अवधेश प्रसाद के करीबी ने किया 12 वर्षीय नाबालिग का सामूहिक बलात्कार, मोईद और राजू खान गिरफ्तार सुप्रीम कोर्ट ने 20 साल पहले दिया था जो फैसला, उसे आज खुद ही पलट दिया ! SC/ST कोटे से जुड़ा है मामला