'योगी सरकार जब एक्शन ले तो रोना मत', ऐसा क्यों बोले जीतन राम मांझी?

पटना: केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी ने हाल ही में अमेठी में दलित हत्याकांड के मामले में गहरा दुख और चिंता व्यक्त की है। इस घटनाक्रम के दौरान, उन्होंने एक बड़ा बयान दिया, जिसमें उन्होंने ट्वीट करते हुए कहा कि अमेठी में एक दलित परिवार के चार सदस्यों की निर्मम हत्या की घटना अत्यंत चिंताजनक है।

मांझी ने उत्तर प्रदेश सरकार से अपील की कि वह इस गंभीर मामले में दोषियों के खिलाफ सख्त से सख्त कदम उठाए ताकि समाज में अपराधियों के प्रति भय का वातावरण बना रहे। उन्होंने कहा कि ऐसी घटनाओं से समाज में असुरक्षा की भावना बढ़ती है, और यह जरूरी है कि सरकार त्वरित कार्रवाई करे। इसके साथ ही, उन्होंने पीड़ित परिवार के सदस्यों को सरकारी नौकरी और अन्य उचित राहत मुहैया कराने की मांग की, जिससे उन्हें इस दुखद घटना से उबरने में मदद मिल सके। जीतन राम मांझी ने पीड़ितों के प्रति संवेदनशीलता दिखाते हुए यह भी कहा कि सरकार को उन्हें मानसिक और आर्थिक सहायता प्रदान करनी चाहिए।

इस दौरान, मांझी ने विपक्ष को भी आड़े हाथों लिया। उन्होंने कहा कि जब योगी जी की सरकार एक्शन ले तो विलाप ना करें. उनकी यह टिप्पणी राजनीतिक हलकों में चर्चा का विषय बन गई है। अमेठी में हुई इस दर्दनाक घटना में एक ही परिवार के चार सदस्यों की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। हत्यारों ने न केवल वयस्कों को निशाना बनाया, बल्कि दो मासूम बच्चों को भी नहीं बख्शा। परिवार के सदस्यों में एक शिक्षक, उनकी पत्नी और उनके दो छोटे बच्चे शामिल थे। हत्यारे घर में घुसकर उनके साथ बर्बरता से पेश आए और उन्हें गोलियों से भून दिया।

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