भोपाल: मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान में होने जा रहे विधानसभा चुनावों को लेकर नेताओं की राजनीति एवं चुनाव प्रचार तथा रैलियां जोर-शोर से जारी हैं। चुनावी सभाओं में सभी नेता जनता से नए-नए वादे करने के साथ ही अपने प्रतिद्वंद्वियों पर खूब आरोप-प्रत्यारोप लगा रहे हैं। वही मध्य प्रदेश के अशोकनगर में एक चुनावी रैली के चलते बहुजन समाज पार्टी प्रमुख मायावती ने कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि शुरू से ही सभी विपक्षी दलों के नेतृत्व वाली सरकार कुछ जातियों के प्रति घृणित मानसिकता के साथ संवैधानिक अधिकारों विशेषकर सरकारी नौकरियों में प्राप्त होने वाले आरक्षण को अप्रभावी और आहिस्ता-आहिस्ता समाप्त करने का प्रयास करती रही है। बसपा प्रमुख ने कहा कि चुनाव प्रचार के चलते कांग्रेस के बड़े नेता बोलते हैं कि अति पिछड़े वर्ग को पूरा लाभ दिलाने के लिए जातीय जनगणना होनी चाहिए। आगे उन्होंने कहा- इन्हें ये मालूम होना चाहिए कि जब अंग्रेजों के जाने के बाद लंबे वक़्त तक कांग्रेस पार्टी सत्ता में रही तब कांग्रेस के सत्ता के चलते सबसे पहले पिछड़े वर्ग के लोगों को आरक्षण देने के लिए जो सर्वे हुआ था उसे कांग्रेस पार्टी की सरकार ने लागू नहीं किया। तत्पश्चात, मंडल कमीशन की रिपोर्ट को भी कांग्रेस सरकार ने लागू नहीं किया। जिस कांग्रेस पार्टी ने मंडल कमीशन एवं काका कालेलकर की रिपोर्ट को लागू नहीं किया आज चुनाव के चलते पिछड़ों का वोट लेने के लिए बड़ी-बड़ी बाते कर रहे हैं। लोगों को इनकी हवा-हवाई बातों के बहकावे में नहीं आना चाहिए। 'याद रखें, आपको जनता ने नहीं चुना है..', सरकार बनाम गवर्नर मामले में सुप्रीम कोर्ट की तीखी टिप्पणी 'सनातन धर्म को ख़त्म करेंगे..', DMK नेताओं पर एक्शन नहीं लेने पर भड़की मद्रास हाई कोर्ट, जमकर की पुलिस की खिंचाई स्कूलों की छुट्टी, निर्माण कार्यों पर बैन! लेकिन नहीं थम रहा प्रदूषण, अब केजरीवाल सरकार ने लागू किया Odd-Even फार्मूला